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हजारीबाग में नहीं हो सकी वन मिलियन बैकर्स अभियान की शुरुआत, ड्राइविंग लाइसेंस आसानी से उपलब्ध कराना था मकसद

घोषणा के बाद युवाओं में खुशी थी, कि अब उन्हें आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस मिलेगा. इसके लिए युवाओं ने तैयारी की थी. अपने-अपने कागजात दुरुस्त किये थे. दो महीने बीत गए वन मिलियन बैकर्स अभियान की शुरुआत अब-तक नहीं हुई है. इससे अधिकांश युवाओं में नाराजगी है.

Driving Licence Jharkhand हजारीबाग : हजारीबाग जिले में घोषणा के दो महीने बाद भी वन मिलियन बैकर्स अभियान की शुरुआत नहीं हुई है. राज्य परिवहन विभाग के निर्देश पर हजारीबाग जिला परिवहन कार्यालय की ओर से दो पहिया वाहन चलाने वाले हर युवा एवं इच्छुक व्यक्ति को आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस देने की घोषणा मार्च 2021 में जिला प्रशासन की ओर से की गई थी.

घोषणा के बाद युवाओं में खुशी थी, कि अब उन्हें आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस मिलेगा. इसके लिए युवाओं ने तैयारी की थी. अपने-अपने कागजात दुरुस्त किये थे. दो महीने बीत गए वन मिलियन बैकर्स अभियान की शुरुआत अब-तक नहीं हुई है. इससे अधिकांश युवाओं में नाराजगी है.

क्या थी योजना :

सड़क सुरक्षा अभियान के तहत हर युवा एवं अन्य वाहन चलाने वालों के पास ड्राइविंग लाइसेंस हो. सरकार की ओर से विभाग ने वन मिलियन बैकर्स अभियान नाम से योजना की शुरुआत की. विधानसभा स्तर पर ऑनस्पॉट ड्राइविंग लाइसेंस देने की योजना बनाई गई थी. इसके तहत हजारीबाग के पांचों विधानसभा स्तर पर कैंप लगाने को लेकर जिला परिवहन कार्यालय की ओर से आठ मार्च 2021 को पत्र जारी किया गया था.

पत्र अनुसार अपने-अपने विधानसभा स्तर से आने वाले आवेदक निर्धारित जगहों पर आसानी से ड्राइविंग टेस्ट देते. टेस्ट के तुरंत बाद आवेदक को लर्निंग लाइसेंस उपलब्ध होता. इसके लिए सभी पांच विधानसभा स्तर पर कैंप बनाया गया. वहीं कर्मियों की नियुक्ति भी की गई थी.

अलग-अलग जगह पर बना टेस्टिंग लोकेशन :

बरही विधानसभा में बरही प्रखंड परिसर में टेस्टिंग लोकेशन बना. इसमें सप्ताह के हर सोमवार को कैंप लगना था. इसमें चौपारण, बरही एवं पदमा प्रखंड को जोड़ा गया. सदर विधानसभा के लिए आरक्षी स्कूल मैदान पुलिस केंद्र टेस्टिंग लोकेशन बनाया गया. इसमें सप्ताह के मंगलवार को कैंप लगना था.

इसमें हजारीबाग सदर, कटकमदाग एवं कटकमसांडी प्रखंड को जोड़ा गया. मांडू विधानसभा के लिए प्रखंड परिसर टाटीझरिया को टेस्टिंग लोकेशन बनाया गया था. हर सप्ताह के बुधवार को कैंप लगना था. इसमें चूरचू, विष्णुगढ़, टाटीझरिया एवं दारू प्रखंड को जोड़ा गया था. बरकट्ठा विधानसभा के लिए प्रखंड परिसर बरकट्ठा को टेस्टिंग लोकेशन बनाया गया.

सप्ताह के गुरुवार को कैंप लगना था. इसमें चलकुशा, बरकट्ठा एवं इचाक प्रखंड को जोड़ा गया था. बड़कागांव विधानसभा के लिए प्रखंड परिसर बड़कागांव को टेस्टिंग लोकेशन बनाया गया. हर सप्ताह के शुक्रवार को कैंप लगना था. इसमें बड़कागांव, डाड़ी एवं केरेडारी प्रखंड को जोड़ा गया था.

कैंप में कर्मियों की नियुक्ति की गयी थी :

कैंप में काम करने के लिए कर्मियों की नियुक्ति की गई थी. डाटा इंट्री ऑपरेटर शशि कुमार के अलावा सहयोग के रूप में अरविंद कुमार तिवारी को प्रतिनियुक्त किया गया था. अभ्यर्थियों का लर्निंग लाइसेंस निर्गत करने के लिए रोजमाटा कंपनी के दीपक कुमार को चयनित किया गया था. डीटीओ ने सभी बीडीओ से कैंप कर्मियों को हर संभव मदद करने के लिए उन्हें पत्र दिया था.

आवेदक को एक महीने बाद ड्राइविंग लाइसेंस :

योजना अनुसार विधानसभा वार कैंप में कागजात जमा होते ही आवेदकों से निर्धारित सरकारी फीस लेनी थी. इसके तुरंत बाद टेस्ट देते ही आवेदकों को लर्निंग लाइसेंस मिलना था. एक महीने बाद मोटरयान निरीक्षक कैंप स्थल पर ही आवेदकों का ड्राइविंग टेस्ट लेते, जिसके बाद आवेदन को मोटरसाइकिल चलाने के लिए फाइनल रूप में ड्राइविंग लाइसेंस मिलना था.

निर्देश मिलते ही योजना की शुरुआत की जायेगी

सरकार ने हर दो पहिया वाहन चलाने वाले को ड्राइविंग लाइसेंस देने की योजना बनाई है. घोषणा के बाद अपरिहार्य कारणवश स्थगित रखा गया है. विभाग की ओर से सोच-विचार चल रहा है. जैसे ही निर्देश मिलेगा योजना की शुरुआत कर युवा एवं इच्छुक व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया जायेगा.

विजय कुमार, डीटीओ, हजारीबाग.

Posted By : Sameer Oraon

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