इचाक. दुर्गापूजा महाष्टमी के अवसर पर माता रानी के दरबार में महागौरी दुर्गा माता का दर्शन एवं पूजा करनेवाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह से ही इचाक प्रखंड के सभी दुर्गा मंडपों में हजारों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से पूजा अर्चना की. मंगलवार को विख्यात बुढ़िया माता मंदिर , चंपेश्वरी मंदिर नावाडीह , पुराना काली मंडा इचाक , नया काली मंडा , बंगाली दुर्गा मंडा , दुर्गानगर इचाकमोड , सार्वजनिक दुर्गा महाबीर स्थान मंगुरा , सार्वजनिक दुर्गा स्थान जलौंध ,देवकुली, भुसवा, दरिया, बरका कला, पोखरिया, छावनी अखाडा, डुमरौंन समेत अन्य दुर्गा स्थानों में दुर्गामाता का दर्शन एवं पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. वहीं वैदिक मंत्रोचारण के बीच महागौरी माता की पूजा अर्चना कर आरती उतारी गयी. वहीं आचार्यों ने दुर्गा माता के आठवें रूप महागौरी के विराट रूप धारण करने की कथा वाचन किया. विभिन्न दुर्गा मंडा में पूजा कमेटी के अध्यक्ष, सचिव समेत अन्य सदस्य गण पूजा संपन्न कराने में जुटे रहे. मंगूरा में आचार्य श्रीनिवास पांडेय ने शुभ मुहूर्त पर अष्टमी को संधि बलि कराया. मौके पर पुजारी कमलेश मेहता, पूजा कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मेहता,सचिव महेश मेहता,हितेंद्र मेहता, वीरेंद्र राणा,बासुदेव राम, बुधन कसेरा,रीतलाल साव, सुबोध मेहता,प्रमोद कुमार,केशो महतो, नरेश साव,खगेश्वर राणा,सीताराम कुशवाहा, मुकेश मेहता,द्वारिका मेहता, गिरधारी पांडेय,विश्वजीत पांडेय के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं एवं किशोरियों ने पूजा अर्चना की.
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