केरेडारी. प्रखंड के लोहरा गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान कर चार किमी सड़क बनायी. सोमवार की अहले सुबह पूर्व मुखिया द्वारिका गंझू की अध्यक्षता में गांव में बैठक हई. जिसमें उक्त सड़क को श्रमदान से बनाने का निर्णय लिया गया. इसके बाद आठ बजे लोहरा गांव के सैकड़ों महिला-पुरुष कुदाल एवं कड़ाही लेकर निकल पड़े. लोहरा गांव से डाडीबर गांव तक कुल चार किमी लंबी सड़क बनानी शुरू की. मुखिया ने कहा कि सड़क के अभाव में बरसात में चलने में काफी परेशानी होती है. मुकेश वर्मा ने बताया कि सड़क जर्जर होने के कारण बरसात में गांव तक कोई चार पहिया वाहन नहीं पहुंचता है, जिसके कारण खुद सड़क बनानी पड़ रही है. इसी मार्ग से केरेडारी प्रखंड के बोकचमा, मसुरिया, मनातू, लोहरा गांव के लोग गुजरते हैं. इसके बावजूद यह सड़क जर्जर है. श्रमदान में बुधन गंझू, दुलारचंद भोक्ता, सुरेश गंझू, अजय भोक्ता, एतवरिया देवी, शांति देवी, समुद्री देवी, विष्णुदेव गंझू, मनोज गंझू, दशरथ राम, सुगन गंझू, कामेश्वर गंझू, मुरारी गंझू सहित अन्य शामिल थे. उक्त लोगों ने बताया कि सड़क जर्जर होने के कारण गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को खटिया के सहारे मिस्रोल ले जाना पड़ता है.
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