हजारीबाग. भारतीय जीवन बीमा निगम के हजारीबाग मंडल कार्यालय में अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ (एआइआइइए) का 75वां स्थापना दिवस मनाया गया. इस अवसर पर ध्वजारोहण एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ. अध्यक्षता कामरेड मदन पाठक एवं एआइआइइए की अध्यक्ष कामरेड प्रतिभा लकड़ा ने की. सदस्यों ने संगठन की मजबूती, ईमानदारी और एकजुटता की शपथ ली. महामंत्री जगदीश चंद मित्तल ने कहा कि एआइआइइए की स्थापना एक जुलाई 1951 को जन व राष्ट्र कल्याण के उद्देश्य के लिए की गयी थी. 74 वर्षों की यात्रा में संगठन ने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक बदलावों के बीच अपने मूल उद्देश्यों को कायम रखा है. उन्होंने कहा कि बीमा क्षेत्र के राष्ट्रीयकरण में एआइआइइए की अहम भूमिका रही है. पब्लिक सेक्टर में असली मालिक जनता होती है. उसके साथ ईमानदार व दोस्ताना व्यवहार रखा जाये. ईमानदारी एलआइसी के संस्कार में शामिल है. चुनौतियों से निपटने के लिए सदस्य अपनी जिम्मेदारियों को निभायें. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बीमा क्षेत्र पर निजीकरण का खतरा मंडरा रहा है, ऐसे में एआइआइइए की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो गयी है. उन्होंने सदस्यों से कहा कि प्लेटिनम जुबली वर्ष को जन आंदोलन, संगठनात्मक मजबूती और वैचारिक नवीनीकरण के वर्ष के रूप में मनायें. कार्यक्रम में बबन कुमार, विवेक सहाय, सुशील लकड़ा, महेंद्र सिंह, अजय रविदास, रितुराज सहाय, सुरंजना घोष, आशा मिंज, स्नेहा जिवांशी, दुर्गा सिंह, बसंत कुमार, राजेंद्र प्रसाद, सुमित सिन्हा, बिरसा मुंडा, रौनक भूषण सहित कई सदस्य उपस्थित थे.
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