हजारीबाग : जैपेनीज इंसीफ्लाइट्स का टीकाकरण एक से 15 वर्ष के आयु के बच्चों काे लगाना अतिआवश्यक है. सीविल सर्जन डाॅ विजय शंकर दास ने आम लोगों से अपने बच्चों को जैपेनीज इंसीफ्लाइट्स बीमारी से बचाव के लिए टीका लगवाने में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी के होने के बाद रोगी को बचाना मुश्किल होता है. इस बीमारी से अब तक अन्य राज्यों में कई बच्चों की मौत हो चुकी है. इस रोग के रोकथाम के लिए जैपेनिज इंसीफ्लाइट्स का टीकाकरण अभियान हजारीबाग जिला में चलाया जा रहा है.
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जैपेनीज इंसीफ्लाइट्स का टीका जरूर लें
हजारीबाग : जैपेनीज इंसीफ्लाइट्स का टीकाकरण एक से 15 वर्ष के आयु के बच्चों काे लगाना अतिआवश्यक है. सीविल सर्जन डाॅ विजय शंकर दास ने आम लोगों से अपने बच्चों को जैपेनीज इंसीफ्लाइट्स बीमारी से बचाव के लिए टीका लगवाने में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी के होने के […]
अफवाहों से गुमराह न हों
सीएस डाॅ विजय शंकर दास ने आम लोगों से अफवाहों में नहीं आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जिले में इस टीकाकरण को लेकर जो भी अफवाह फैल रही है इसमें सच्चाई नहीं है. टीका पूरी तरह सुरक्षित है. अब तक इसका कहीं से भी साइड इफेक्ट नहीं है. सीएस ने कहा कि जैपेनीज इंसीफ्लाइट्स का टीका पांच लाख 41 हजार 82 बच्चों को लगाने का लक्ष्य है. इस कार्य में 260 टीम हजारीबाग में कार्य कर रही है.
जैपेनीज इंसीफ्लाइट्स बीमारी के लक्ष्ण
जैपनीज इंसीफ्लाइट्स मानसिक विकलांगता पैदा करनेवाली गंभीर बीमारी है. शुरुआत में रोगी को बुखार आना, ठंड लगना, थकान, सिर दर्द, उल्टी और घबराहट जैसे लक्षण होते हैं. आगे चल कर यह लक्षण मस्तिक में सूजन पैदा करता है. इस अवस्था में रोगी को पक्षाघात, मूर्छा,बोल न पाने की शिकायत हो जाती है.
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