Advertisement
अच्छा बनो और अच्छा करो : स्वामी भवेषानंद जी
हजारीबाग : स्वामी विवेकानंद के विचार मूक क्रांति का प्रेरणा स्त्रोत है. जिसका प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ा है. उक्त बातें रामकृष्ण मिशन आश्रम, रांची से आये स्वामी भवेषानंद ने बतौर मुख्य वक्ता कही. विभावि में चांसलर लेक्चर सीरीज का आयोजन राजनीति शास्त्र विभाग की ओर से शुक्रवार को किया गया था. मुख्यवक्ता ने कहा: […]
हजारीबाग : स्वामी विवेकानंद के विचार मूक क्रांति का प्रेरणा स्त्रोत है. जिसका प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ा है. उक्त बातें रामकृष्ण मिशन आश्रम, रांची से आये स्वामी भवेषानंद ने बतौर मुख्य वक्ता कही. विभावि में चांसलर लेक्चर सीरीज का आयोजन राजनीति शास्त्र विभाग की ओर से शुक्रवार को किया गया था.
मुख्यवक्ता ने कहा: स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि आप स्वयं अपने भाग्य विधाता हैं. बस जरूरत है खुद पर विश्वास रखने की.स्वामी भवेषानंद ने स्वामी विवेकानंद के बनाये गये शिक्षा के चार स्तंभ की चर्चा की. इसमें चरित्र निर्माण, मन की शक्ति, बुद्धि का विकास एवं आत्मनिर्भरता जीवन में सफल होने का मूल मंत्र है. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा: कि अच्छा बनो और अच्छा करो. प्रतिकुलपति प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार तमाम सामाजिक विसंगतियों को समाप्त करने की औषधि है. मनुष्य अपनी क्षमता को पहचानें.
विश्वास को आत्मविश्वास में बदलें, ताकि ज्ञान की रौशनी का लाभ सभी को मिले. विषय प्रवेश सामाजिकी संकाय के संकायाध्यक्ष डॉ बीपी सिंह ने
किया. कार्यक्रम में डॉ ओपी शरण, डॉ मारगेट लकड़ा, डॉ उषा सिंह, डॉ रीता कुमारी, डॉ मंजुला सांगा, डॉ केके गुप्ता, डॉ केएस रवि, डॉ दीपांकर मैत्री समेत अन्य शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement