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महिला की मौत, हंगामा
बड़कागांव : बड़कागांव अस्पताल में चिकित्सक के नहीं रहने के कारण इलाज के अभाव में बुधवार की रात एक महिला की मौत हो गयी. इस घटना के विरोध में महिला के परिजन समेत मुहल्ले को लोग गोलबंद हुए और रात करीब 11 बजे अस्पताल में हंगामा किया. अाक्रोशित ग्रामीण चिकित्सकों की लापरवाही के खिलाफ सड़क […]
बड़कागांव : बड़कागांव अस्पताल में चिकित्सक के नहीं रहने के कारण इलाज के अभाव में बुधवार की रात एक महिला की मौत हो गयी. इस घटना के विरोध में महिला के परिजन समेत मुहल्ले को लोग गोलबंद हुए और रात करीब 11 बजे अस्पताल में हंगामा किया. अाक्रोशित ग्रामीण चिकित्सकों की लापरवाही के खिलाफ सड़क जाम करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस व पूर्व विधायक लोकनाथ महतो के समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीण माने.
जानकारी के अनुसार घटना बुधवार की शाम की है. बड़कागांव के गौरव बाजार निवासी गिरिधारी महतो की पत्नी सुनीता देवी (35) की अचानक तबीयत बिगड़ गयी. वह खेत में दिन भर काम कर शाम में घर लौटी थी. स्थिति की नजाकत को देखते हुए परिजन उसे लेकर शाम करीब 5.30 बजे अस्पताल पहुंचे. उस वहां एक भी चिकित्सक या कंपाउंडर नहीं थे. स्वास्थ्य कर्मियों ने चिकित्सक के आने की बात कह परिजनों को इंतजार करने को कहा. इस बीच महिला की तबीयत बिगड़ती चली गयी.
वह कराह रही थी. तब परिजनों ने अस्पताल से एंबुलेंस की मांग की, ताकि सुनीता देवी को हजारीबाग ले जाया जा सके, लेकिन स्वास्थकर्मियों ने चालक नहीं होने का बहाना कर एंबुलेंस नहीं दिया. उसके बाद ग्रामीण किसी तरह निजी वाहन खोजने बड़कागांव चौक पहुंचे, लेकिन विलंब होने के कारण महिला की मौत हो गयी. घटना के बाद परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गये और अस्पताल में अपना भड़ास निकाला. इसकी सूचना मुखिया प्रतिनिधि युगेश्वर महतो, शिक्षक रामलखन महतो, महेश महतो, रामधनी महतो, सुरेश महतो, झमन महतो, ज्ञानी कुमार, हीरामणि प्रसाद दांगी, संतोष कुमार ने बड़कागांव थाना पुलिस व बीडीओ अलका कुमारी को दी.
अस्पताल में व्यवस्था चौपट : लोकनाथ
पूर्व विधायक लोकनाथ महतो ने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि बड़कागांव अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति चौपट है. यहां एक भी डॉक्टर नहीं रहते हैं. मरीज भगवान भरोसे है. यदि चिकित्सा प्रभारी बीमार हों, तो वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए.
डॉक्टरों पर कार्रवाई हो: मुखिया
मुखिया अनीता देवी ने कहा कि यहां तीन करोड़ का अस्पताल शोभा बन कर रह गया है. यहां महिला डॉक्टर नहीं रहती हैं. डॉक्टरों के लिए आवास है, लेकिन यहां रुकते नहीं हैं. डॉक्टर निजी प्रैक्टिस में लगे रहते हैं. सरकारी अस्पताल में कम बैठते हैं. यहां उचित दवाइयां भी नहीं मिलती है.
लापरवाही बरतने के मामले में दोषी डॉक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी
सुनीता देवी की मौत को लेकर बीडीओ ने गंभीरता बरतने की बात कही है. उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया. कहा कि लापरवाही बरतने के मामले में दोषी डॉक्टरों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी. ग्रामीणों एवं मृतका के पति गिरिधारी महतो ने भी आवेदन बीडीओ को देकर कार्रवाई करने व मुआवजे की मांग की.
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