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विकास कार्य में तत्पर नहीं दिखे पंचायत प्रतिनिधि

विकास कार्य में तत्पर नहीं दिखे पंचायत प्रतिनिधिपांच साल बाद भी नहीं बदली गांव की तसवीर11केरेडारी2 में- विकास कार्य दिखाती मुखिया़11केरेडारी3 में- खराब पड़ा लिफ्ट एरिगेशन11केरेडारी4 में- मुखिया कल्पना देवी11केरेडारी5 में- सदीक अंसारी, महेंद्र यादव, केसिया देवी, गोवर्धन साव, रामेश्वर साव. पंचायत वाचकेरेडारी. गांवों का समुचित विकास हो इसे लेकर सरकार ने पंचायत प्रतिनिधि का […]

विकास कार्य में तत्पर नहीं दिखे पंचायत प्रतिनिधिपांच साल बाद भी नहीं बदली गांव की तसवीर11केरेडारी2 में- विकास कार्य दिखाती मुखिया़11केरेडारी3 में- खराब पड़ा लिफ्ट एरिगेशन11केरेडारी4 में- मुखिया कल्पना देवी11केरेडारी5 में- सदीक अंसारी, महेंद्र यादव, केसिया देवी, गोवर्धन साव, रामेश्वर साव. पंचायत वाचकेरेडारी. गांवों का समुचित विकास हो इसे लेकर सरकार ने पंचायत प्रतिनिधि का चुनाव किया. लेकिन पांच साल बीत गये विकास कार्य नगण्य दिखा. हजारीबाग जिले के केरेडारी प्रखंड के बारियातु पंचायत का अपेक्षित विकास नहीं हुआ. लोगों के सपने अधूरे रह गये. पंचायत के कई गांव आज भी पेयजल, सड़क, सिंचाई, बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. रोजगार की तलाश में पंचायत से हजारों लोग बाहर पलायन कर गये हैं. ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण यहां की मुख्य जीविका कृषि है. लेकिन वर्षों पूर्व बने लिफ्ट एरिगेशन मरम्मत के अभाव में खराब पड़ा है. इस लिफ्ट एरिगेशन से लगभग 100 एकड़ भूमि की सिंचाई होती है. जिसके कारण लोग सिंचाई नहीं कर पाते हैं. लोगों की प्रतिक्रियाविकास करनेवाले व्यक्ति को वोट देंगेकेरेडारी. बरियातु पंचायत के सदीक अंसारी ने कहा कि विकास करनेवाले व्यक्ति को ही वोट देंगे. दिनेश्वर यादव ने कहा कि गांव की समस्याओं व लोगों के हक के लिए लड़नेवाला हमारा मुखिया होगा. केसिया देवी ने कहा कि स्वच्छ व नि:स्वार्थ भाव से काम करनेवाले को ही हम मतदान करेंगे. महेंद्र यादव ने कहा कि पांच साल बाद फिर हमें एक मौका मिला है. पंचायत प्रतिनिधि शिक्षित व कर्म योद्धा जैसा प्रतिनिधि हो. गोवर्धन साव, रामेश्वर यादव, सलामत, गुलाम मुस्तफा, खुदुश अंसारी ने कहा कि जात-पात से ऊपर उठ कर काम करनेवाले को चुनेंगे. सिंचाई सुविधा मुहैया कराने का मलाल रहाकेरेडारी. बारियातु पंचायत की मुखिया कल्पना देवी ने कहा कि पांच साल में जो भी योजनाएं मिली उसे धरातल पर उतारा. बारियातु एक कृषि प्रधान क्षेत्र है. खेतों की सिंचाई के लिए दो डीप बोरिंग कराया गया. बस खराब पड़े लिफ्ट एरिगेशन को नहीं बनवाने व अन्य कई सिंचाई की सुविधाओं को नहीं बनवाने का मलाल अब भी है. सरकार की उदासीनता के कारण लोगों के सपनों को पूरा नहीं कर सकी. फिर भी गांव में दर्जनों पीसीसी पथ, नाली, कुआं, बिजली पहुंचाने का काम किया. पंचायत भवन बनावाये. विकास के लिए मैंने कई प्रयास किो. शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया. जरूरतमंदों को इंदिरा आवास, वृद्धा पेंशन दिलाया. पेयजल व बिजली की समस्या व्याप्तकेरेडारी. चुनाव में दूसरे स्थान पर रही प्रीति देवी ने कहा कि गांव का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया. बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिला. लोग आज भी दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. यहां स्वास्थ्य सुविधा बिल्कुल नदारत है. आज भी गांव में पेयजल व बिजली की समस्या है.यादों मेंउम्मीदवार नोट के बल पर चुनाव जीतना पसंद करते हैंकेरेडारी. 40 वर्ष पूर्व गर्रीकला पंचायत में बारियातु पंचायत के कई गांव शामिल थे. वहां के सरपंच हरदयाल महतो हुआ करते थे. हरदयाल महतो का कहना है कि उस समय के चुनाव व अब के चुनाव में काफी बदलाव आया है. पहले के चुनाव में लोग घर-घर जा कर चुनाव में जीत दिलाने के लिए वोट मांगते थे. अब तो उम्मीदवार नोट के बल पर चुनाव जीतना पसंद करते हैं. पहले जातिवाद नहीं था. नोट से जीते गये चुनाव में सच्चे लोग पिछड़ जाते हैं. इस चुनाव में गरीबों को कोई सहयोग नहीं मिलता. उन्होंने बताया कि अपने समय में गर्रीकला, बारियातु, कंडाबेर पंचायत काफी विस्तृत व घनी आबादी होने के बावजूद 250 रुपये में चुनाव जीता था. पहले लोगों में अच्छे व सच्चे लोगों को चुनने का जज्बा था. अब के चुनाव में उम्मीदवार लोगों को खरीद कर चुनाव जीतने का जज्बा रखते हैं.

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