हजारीबाग : कोल खनन व कोल डंपिंग यार्ड क्षेत्र में फायरिंग कर दहशत फैलानेवाले दो अपराधियों को हजारीबाग व चतरा पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में राजकुमार सिंह उर्फ भंपू उर्फ पिंटू उर्फ विशाल (दयालचक, थाना-डोरीगंज, जिला-छपरा) और शिवशंकर दुबे उर्फ मुन्ना (सलेमपुर, भोजपुर) का रहनेवाला है.
डीआइजी पंकज कंबोज ने कहा कि पकड़े गये दोनों अपराधी बड़कागांव के अमन साहू गिरोह के लिए काम करते हैं. अमन साहू फिलहाल फरार है. दोनों को टंडवा व बेंदी कोल व रेलवे साइडिंग में फायरिंग कर दहशत फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. डीआइजी ने बताया कि अमन साहू कोल माइनिंग क्षेत्र में उग्रवादी संगठनों के नाम से दहशत फैला व्यवसायियों व कंपनी के अधिकारियों से लेवी की मांग करता है.
उन्होंने कहा कि युवाओं को विदेश ले जाने व फाइव स्टार होटलों में ठहराने की बात कह अमन गिरोह में शामिल कर लेता है. इसके बाद उनसे आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलाता है. प्रेसवार्ता में हजारीबाग एसपी मयूर पटेल व चतरा एसपी अखिलेश वारियर भी उपस्थित थे.
जमशेदपुर जेल में बंद सुजीत सिन्हा के नाम से दहशत
प्रेसवार्ता में डीआइजी ने बताया कि जमशेदपुर जेल में बंद अपराधी सुजीत सिन्हा के नाम पर अमन साहू क्षेत्र में दहशत फैलाता है. कोल कंपनियों के पदाधिकारियों को दूसरे युवकों से फोन कर धमकी दिलवाता है. डीआइजी ने कहा कि गिरफ्तार राजकुमार सिंह व शिवशंकर सिंह को अमन ने विदेश घुमाने का सपना दिखा कर अपने जाल में फंसाया .
अमन साहू कई दिनों तक बिहार में इनके घर भी ठहरा था. वह वीडियो जारी कर दहशत पैदा करता है. हाल ही में उसने एक वीडियो वायरल किया था, जिसमें राजकुमार को विशाल सिंह के नाम से स्टेनगन लिए दिखाया गया था . लेकिन तस्वीर राजकुमार सिंह का नहीं, किसी अन्य का था.
कुजू के राहुल दुबे ने अमन साव से मिलाया: पकड़े गये राजकुमार सिंह व शिवशंकर दुबे ने बताया कि अमन साहू से कुजू के राहुल दुबे ने मुलाकात करायी थी. उसके कहने पर अमन साहू से मिला और बाद में उसके लिए काम करने लगा. दोनों मोबाइल से व्यवसायियों व कोल कंपनियों के अधिकारियों को धमकी देते थे. इसके बदले में दोनों को प्रतिमाह चार से पांच हजार रुपये मिलता था. एक बार अमन साहू उन्हें विंध्याचल और कोलकाता भी ले गया था.