हजारीबाग : एनटीपीसी आउटसोर्सिंग कंपनी त्रिवेणी सैनिक के एजीएम एचआर गोपाल सिंह की हत्या बिहार पटना के शूटर सोनू पंडित ने की. हत्या की साजिश हजारीबाग कटकमदाग के पूर्व मुखिया उदय साव, मोज्जमील और अंबेदकर गंझू ने रची थी. तीनों कंपनी की ओर से 15 हजार से एक लाख रुपये और ट्रांसपोर्टिंग कार्य नहीं दिये जाने से नाराज थे.
मोज्जमील को हजारीबाग बस स्टैंड के पास गिरफ्तार किया गया. उसने ही खुलासा किया. हत्या में शामिल तीन शूटर व दो साजिशकर्ता पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
गोपाल सिंह की हत्या चार दिसंबर की रात जुलू पार्क में उस समय कर दी गयी थी, जब वह टेंपो से मटवारी आवास जा रहे थे. एसडीपीओ कमल किशोर ने बताया कि घटना के दिन एजीएम मटवारी स्थित अपने आवास से पास के एक होटल से मिठाई लेकर टेंपो से जुलू पार्क गये थे.
पटना से आया शूटर सोनू पंडित और उसका साथी मुमताज एक मोटरसाइकिल और एक अन्य शूटर दूसरी मोटरसाइकिल से उनका पीछा करते हुए जुलू पार्क तक पहुंचे. परिचित से मिलकर गोपाल सिंह वापस आवास टेंपो से लौट रहे थे. इसी बीच सोनू ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी. इसके बाद सभी तीन लोग पटना बस से भाग गये.
साजिशकर्ताओं ने ऐसे हत्या करायी- कटकमदाग के पूर्व मुखिया उदय साव के आवास पर पूरी हत्या की योजना बनी थी. हत्या को पीएलएफआइ की तरफ मोड़ने के लिए देसी कट्टा में पीएलएफआइ लिखा गया. शूटर को तीन-चार दिनों तक मटवारी के पास गोपाल सिंह की रेकी भी करायी गयी. दो मोटरसाइकिल भी शूटर को उपलब्ध करायी गयी. हत्या के बाद बस स्टैंड से शूटरों को पटना भी भेजा.