चौपारण : झारखंड के हजारीबाग जिला में एक बेटी की जिद के आगे पिता को झुकना पड़ा. पंचायत में भारी हंगामे के बीच बेटी ने अपने प्रेमी के साथ सात फेरे लिये. मामला चौपारण प्रखंड के कसियाडीह गांव का है.
प्रखंड के ग्राम पंचायत चयकला के कसियाडीह में भरी पंचायत में पिता को अपनी लाडली को अपने प्रेमी से विवाह की इजाजत देनी पड़ी. इसके बाद गांव के गायत्री मंदिर में चट मंडवा पट ब्याह संपन्न हुआ.
बताया जाता है कि श्याम देव की बेटी और माधो साव के बेटे के बीच छह माह से प्रेम प्रसंग चल रहा था. प्रेमी युगल तमाम हदों को पार कर चुके थे. श्याम देव की बेटी घर में नहीं थी. मंगलवार को वह अपनी बेटी को खोजते हुए कसियाडीह गांव के माधो साव के घर पहुंचे.
श्यामदेव ने अपनी बेटी को शिवम कुमार साव के साथ देखा, तो हतप्रभ रह गये. मुखिया एवं समाज के अन्य लोगों की एक पंचायत बुलायी गयी. पंचायत में श्याम देव की बेटी शिवम से विवाह करने पर अड़ गयी. मजबूरन दोनों परिवारों को हामी भरनी पड़ी.
कुछ ही देर में गांव के ही मंदिर में युगल जोड़े की शादी पूरे विधि-विधान से करवा दी गयी. शादी के दौरान मुखिया शंभु नारायन सिंह, मो सफाउदीन, लक्ष्मी नायक, भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनिल साहू, महेंद्र साव, गजाधर साव, बीरबल साव व अन्य लोग उपस्थित थे.
उल्लेखनीय है कि विवाह करने के लिए श्याम देव की बेटी रांची की अपनी नौकरी छोड़कर यहां आयी थी. वह स्किल इंडिया के तहत सिलाई का प्रशिक्षण लेने के बाद रांची की किसी सिलाई कंपनी में जॉब काम कर रही थी.
बताया जाता है कि युवती सोमवार को सीधे अपने प्रेमी शिवम के श्रृंगार घर पहुंच गयी. इससे पहले वह अपने चचेरे भाई की शादी में गयी थी. वहीं, शिवम से उसकी आंखें मिलीं और उसे अपना दिल दे बैठी.