– रात 8:40 बजे ब्लॉक मुख्यालय की तोड़ी दीवार
संजय सागर, बड़कागांव
अपने झुंड से बिछड़कर इकलौता व्यस्क हाथी डेमोटांड़ होते हुए बड़कागांव प्रखंड में देर रात घुसा. इस जंगली हाथी ने सर्वप्रथम चंदौल गांव में घुसा, जिसके कारण ग्रामीणों में दहशत है. दो दिन पूर्व इसी हाथी ने हजारीबाग सदर प्रखंड के हुपाद गांव में मां बेटे की जान ले ली थी. हाथी गांव से मात्र आधा किलोमीटर दूर गनधोनिया नदी के पास स्थित धोलघटवा जंगल में कई घंटों तक डेरा जमाए हुए था.
ग्रामीणों ने जंगल में हाथी के प्रवेश की सूचना वन क्षेत्र पदाधिकारी उदय चंद्र झा को दी. मामले को लेकर वन क्षेत्र पदाधिकारी उदय चंद्र झा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हाथी को रात को भगाया जायेगा. क्योंकि दिन में भगा पाना बड़ा मुश्किल होता है. बताते चलें कि पिछले 2 वर्षों से प्रत्येक 6 माह के अंतराल में एकलौता हाथी बड़कागांव के जंगलों में विचरण करते हुए देखा जाता है. यह हाथी अपने 22 हाथी के झुंड से दो-तीन वर्ष पूर्व बिछुड़ गया है. जो बराबर हजारीबाग जिले के आसपास के जंगलों के गांव में तबाही मचा रहा है.
प्रखंड मुख्यालय की तोड़ी दीवार
पागल हाथी चंदोल गांव से होते हुए होरम गांव पहुंचा. जहां दर्जनों धान के खेतों में लगे बिचड़ों को रौंदा डाला. जिससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ. इसके बाद ढेंगा होते हुए प्रखंड मुख्यालय 8:40 बजे रात को पहुंचा. प्रखंड मुख्यालय की दीवार तोड़ दी. एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह थाना प्रभारी मुकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल एवं वन विभाग के पदाधिकारी, वनकर्मी और ग्रामीण हाथी को भगाने में देर रात तक लगे हुए थे.