– धरना स्थल में दिनभर भाजपा के खिलाफ गुस्से का इजहार करते हैं पारा शिक्षक
संजय सागर, बड़कागांव
जिन शिक्षकों के हाथों में कॉपी कलम बच्चों को पढ़ाने के लिए खली व डस्टर रहता था आज वही शिक्षकों के हाथों में भोजन बनाने के लिए छोलनी व कलछूल दिखायी दे रहा है. यह दृश्य हजारीबाग ही नहीं पूरे झारखंड के सांसदों व विधायकों के आवास के समक्ष ‘घेरा डालो डेरा डालो’ आंदोलन में देखा जा रहा है. पारा शिक्षक भोजन बनाने के लिए वैसे स्थान में चूल्हे-चौकी बनाये हैं, जहां कभी गंदगी और कूड़ा कचरा रहा करता था.
पारा शिक्षक भोजन बनाने के लिए कई मीटर दूर से कंधों पर पानी का जार ढो कर लाते हैं और भोजन बनाते हैं. ठंडीरात में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं. झारखंड के शीतकालीन राजधानी के रूप में चर्चित हजारीबाग में इन दिनों ठंड बढ़ गयी है. ऐसी परिस्थिति में केंद्रीय राज्य विमानन मंत्री जयंत सिन्हा की आवास ऋषभ वाटिका के समक्ष पारा शिक्षकों का तीसरे दिन आज ‘घेरा डालो डेरा डालो’ आंदोलन जारी रहा.
यहां दिन भर पारा शिक्षक सभा को संबोधित करते हैं. सरकार के विरुद्ध गुस्से का इजहार करते हैं. सत्ताधारी दल के सांसदों व विधायकों वोट नहीं देने एवं नहीं दिलाने का एलान करते रहते हैं. गीत-संगीत के माध्यम से भाजपा विरोधी भड़ास निकालते हैं. बीच-बीच में प्रबंधन समिति के सदस्यगण एवं अध्यक्ष पारा शिक्षकों का हौसला बढ़ाया करते हैं.
पारा शिक्षक रात ढलने पर धरना स्थल में ही ठंडी धरती में दरी बिछाकर खुले आसमान तले सोते हैं. रातभर ठंडी हवा चलती रहती है और कांपते कांपते पारा शिक्षक रात बिता देते हैं. कुछ पारा शिक्षक आग जलाकर रात बिता देते हैं. सूरज की किरने खुलने पर थोड़ी राहत महसूस करते हैं. सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता धरना स्थल पर आते हैं. देख कर चले जाते हैं. इससे पारा शिक्षकों का गुस्सा और बढ़ जाता है.
मंत्री के आंगन से स्कूटी हटाने पर नाराज हुए पारा शिक्षक
केंद्रीय विमानन मंत्री जयंत सिन्हा के आवास के समक्ष धरना दे रहे पारा शिक्षकों में से कुछ पारा शिक्षकों ने स्कूटी व मोटरसाइकिल मंत्री जयंत सिंहा के आंगन में रखा हुआ था. लेकिन उनके आवास में रह रहे कर्मियों द्वारा मोटरसाइकिल को हटाने के लिए कहा गया तो पारा शिक्षक नाराज हो गये और गुस्से का इजहार करते हुए मोटरसाइकिल व स्कूटी को शिक्षकों ने हटाते हुए चुनाव के समय बदला लेने का दावा किया.