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जीवन में गुरु नहीं, तो जीवन शुरू नहीं
हजारीबाग : गुरु पूर्णिमा पर दिगंबर जैन मंदिर बाडम बाजार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आचार्य शीतल सागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि जिसके जीवन में गुरु नहीं, उसका जीवन शुरू नहीं. आचार्य 108 शीतल सागर जी महाराज ने कहा कि पुण्य से गुरु का दर्शन होता है. संत का दर्शन भाग्य, नगर […]
हजारीबाग : गुरु पूर्णिमा पर दिगंबर जैन मंदिर बाडम बाजार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आचार्य शीतल सागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि जिसके जीवन में गुरु नहीं, उसका जीवन शुरू नहीं. आचार्य 108 शीतल सागर जी महाराज ने कहा कि पुण्य से गुरु का दर्शन होता है.
संत का दर्शन भाग्य, नगर में आना अहो भाग्य आर्शीवचन पाना परम भाग्य है. भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से भी ऊंचा स्थान दिया गया है. शिरडी साईं धाम से प्रख्यात भजन गायक पारस जैन ने आचार्य केको श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया.
समाज के द्वारा तिलक दुपट्टा से उन्हें सम्मानित किया गया. उनका परिचय जेपी जैन ने दिया. पारस जैन ने अपने भाव भजन से लोगों को बांधे रखा. गुरुपूजन श्रद्धा दीदी ने करायी. सुरेंद्र जी सेठी, जो मुनी प्रमाण सागर जी के जीवन के पिताश्री हैं, उनके चित्र का अनावरण धीरेंद्र सेठी, सुबोध सेठी व अरुण बोहरा ने कराया. संचालन संयोजक निर्मल गंगवाल ने किया. मीडिया प्रभारी विजय लुहाडिया ने बताया कि कल मुनि श्री का प्रवचन प्रातः 8.30 बजे बड़ा बाजार दिगंबर जैन मंदिर में होगा.
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