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बड़ासी गांव में कुआं मरम्मत कार्य में गड़बड़ी उजागर, मरम्मत हुई नहीं, हो गयी राशि की निकासी
हजारीबाग: सदर प्रखंड के बडासी पंचायत में बगैर मरम्मत के ही कई कुंओं की राशि की निकासी कर लेने का मामला सामने आया है. अब जब वित्तीय गड़बड़ी सामने आयी, तब मुखिया डेढ़ किमी दूर सुनसान स्थान पर कुआं दिखा रहे हैं. ज्ञात हो कि वर्ष 2016-17 में इस पंचायत में 26 पुराने कुंओं का […]
हजारीबाग: सदर प्रखंड के बडासी पंचायत में बगैर मरम्मत के ही कई कुंओं की राशि की निकासी कर लेने का मामला सामने आया है. अब जब वित्तीय गड़बड़ी सामने आयी, तब मुखिया डेढ़ किमी दूर सुनसान स्थान पर कुआं दिखा रहे हैं. ज्ञात हो कि वर्ष 2016-17 में इस पंचायत में 26 पुराने कुंओं का जीर्णोद्धार 14वें वित्त से किया गया, जिसमें 14 बड़ासी और 12 जगदीशपुर भेलवाटांड में कुंओं की मरम्मति की गयी. अब मामला उजागर होने के बाद पंचायत के सभी वार्ड सदस्य गोलबंद हो रहे हैं.
केस स्टडी एक
योजना संख्या 9-2016-17 के तहत ग्राम बड़ासी के कमल किशोर के घर के पास सार्वजनिक कूप को मरम्मत के लिए चयनित किया गया. इसकी प्राक्कलन राशि 13,600 रुपये थी. मरम्मति का कार्य बैजनाथ महतो को करना था. कार्य प्रारंभ करने की तिथि 28.5.2016 व पूरा करने की तिथि 30.6.2016 थी, लेकिन इस स्थल पर आज भी सार्वजनिक कुआं जर्जर हालत में है. गांव के सोहन कुमार ने बताया कि कुआं से एक दर्जन घरों की प्यास बुझती है. मरम्मति की राशि तीन बार निकाली गयी. 6.6.2016 को चेक संख्या 922293 से तीन हजार, चेक संख्या 722311 से 540 रुपये, चेक संख्या 722533 से 9570 रुपये की निकासी की गयी.
केस स्टडी दो
योजना संख्या 8-2016-17 के तहत बड़ासी के प्रभु प्रसाद मेहता के घर के पास सार्वजनिक कूप की मरम्मति की जानी थी. प्राक्कलन राशि 13600 रुपये थी. कार्य पूरा करने की तिथि 30.6.2016 निर्धारित थी. इस स्थल पर भी मरम्मति का कार्य नहीं हुआ. इस कुआं से प्रभु प्रसाद मेहता, जयगोविंद, सुबोध प्रसाद मेहता, सुरेश, ईश्वर महतो, नुनू यादव के घर के लोग पानी पीते हैं. मरम्मत के नाम पर 6.6.2016 को चेक संख्या 722292 से तीन हजार रुपये, चेक संख्या 722311 से 540 रुपये की निकासी नौ जून को की गयी. अंतिम निकासी 6.9.2016 को चेक संख्या 722532 से 9570 रुपये की हुई.
केस स्टडी तीन
योजना संख्या 21-2016-17 के तहत जीतेंद्र प्रसाद मेहता के कूप की मरम्मति की जानी थी, लेकिन पूरा कार्य करने के बाद भी लाभुक को मात्र तीन हजार रुपये ही दिये गये.
वार्ड सदस्य ने उपायुक्त को दिया आवेदन
वार्ड सदस्य देवराज मेहता ने इस संबंध में उपायुक्त को पंचायत सेवक व मुखिया की मिलीभगत से वित्तीय गड़बड़ी को लेकर आवेदन दिया है, जिसमें कई गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है.
कोई गड़बड़ी नहीं हुई: विजय
मुखिया के पति विजय मेहता ने बताया कि मुखिया टुकेश्वरी देवी का पक्ष मैं रखूंगा. उन्होंने बताया कि 14वें वित्त में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण पूरा कराया गया है.
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