गुमला. खड़िया विकास समिति गुमला की बैठक रविवार को खड़िया हॉस्टल शांति नगर गुमला में हुई. बैठक में मुख्य मुद्दा झारखंड सरकार ने कैबिनेट में प्लस टू इंटर विद्यालय के लिए सभी जनजाति भाषा के शिक्षक पद सृजन कर कैबिनेट बैठक में पास कर दिया है. लेकिन खड़िया भाषा का पद शून्य कर दिया गया है. खड़िया भाषा झारखंड के दूसरी राज्य भाषा में शामिल किया है. संचालन मंगरा खड़िया ने किया. राजेश खड़िया ने कहा कि भाषा को बचाने के लिए प्लस टू विद्यालय में खड़िया विषय का पद शून्य कर देना समाज के लिए बुरा दिन है. अखिल भारतीय खड़िया महाडोकलो के महासोहोर कुलकांत केरकेट्टा ने कहा कि अगर खड़िया भाषा को इंटर प्लस टू का पद सृजन नहीं करता है, तो गुमला व सिमडेगा जिले में चक्का जाम किया जायेगा. डॉ चंद्र किशोर केरकेट्टा ने कहा कि किसी समाज की पहचान उसकी भाषा से होती है. खड़िया भाषा को समाप्त करने की साजिश की गयी है. खड़िया भाषा की पढ़ाई भी इंटर में होनी चाहिए. इससे खड़िया भाषा साहित्य का विकास होगा. बैठक में आगे की रणनीति के तहत आंदोलन करने की रूप रेखा तैयार की गयी. जिले से लेकर राज्य सरकार तक आंदोलन किया जायेगा. मौके पर दिनेश खड़िया, जेम्स केरकेट्टा, रतिया खड़िया, अगनू खड़िया, अनुज सोरेंग, सोमरा खड़िया, मथियास कुल्लू, जॉन अगुस्टिन टेटे, मोनिका बिलुंग, आरती केरकेट्टा, जितेश्वर खड़िया, समीर बिलुंग, शांति खड़िया, अरविंद कुल्लू आदि मौजूद थे.
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