घाघरा. जिले में पशु तस्करी का एक बार फिर बड़ा मामला सामने आया है. शनिवार की रात करीब 10 बजे घाघरा से बिशनपुर जाने वाली सड़क पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने संदिग्ध रूप से जा रहे दो कंटेनरों का पीछा कर उन्हें रोका. कंटेनरों की जांच में पाया गया कि उनमें पशुओं को बेहद क्रूर व अमानवीय तरीके से ठूंस-ठूंस कर लादा गया था, जिससे कई पशुओं की हालत दयनीय हो गयी थी. जानकारी के अनुसार दोनों कंटेनर उत्तर प्रदेश ले जाये जा रहे थे. इनमें पशुओं को गुमला थाना के कतरी सीसी गांव से लोड किया गया था. सूत्रों का कहना है कि यही मार्ग लंबे समय से बड़े पैमाने पर पशु तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. आमतौर पर कंटेनर गुमला से बिशनपुर होते हुए लातेहार की ओर जाते हैं और फिर यूपी की दिशा में निकल जाते हैं. कुछ दिन पहले लोहरदगा एसपी के नेतृत्व में इस तरह के कंटेनरों को पकड़ कर कार्रवाई की गयी थी. इसके बाद तस्करों ने अपना रूट बदलते हुए घाघरा मार्ग को नया रास्ता बना लिया. शनिवार रात संदिग्ध गतिविधि देख बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंटेनरों को रोका और इसकी सूचना घाघरा थाना प्रभारी पुनीत कुमार मिंज को दी. सूचना मिलते पुलिस टीम मौके पर पहुंच दोनों कंटेनरों को जब्त कर थाना ले गयी. इस कार्रवाई के बाद पूरे इलाके में पशु तस्करों के बीच हड़कंप है. पुलिस पूछताछ में प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि इस तस्करी का संचालन राजोउल नामक व्यक्ति कर रहा था. साथ ही स्थानीय स्तर पर भी कुछ लोगों की संलिप्तता की बात सामने आयी है, जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इस संबंध में थाना प्रभारी पुनीत कुमार मिंज ने बताया कि दो कंटेनरों से भारी संख्या में मवेशी बरामद किये गये हैं. दोनों वाहनों को जब्त कर लिया गया है और उनमें सवार लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. हालांकि पुलिस ने फिलहाल मामले के विस्तृत खुलासे से इनकार किया है.
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