जारी. 25 करोड़ की लागत से पीएमजेएसवाइ योजना से भिखमपुर से मेराल तक 25 किमी सड़क निर्माण में अनियमितता बरतने का मामला प्रकाश में आया है. निर्माण का कार्य वर्ष 2020 में शुरु किया गया था. पांच वर्ष बीतने के बाद भी आज तक सड़क का काम अपूर्ण है. इस संबंध में राजू नायक, कलेश्वर भगत, बजरंग बढ़ी व विनोद बड़ाइक ने कहा कि संवेदक द्वारा किसी तरह की कोई भी टूटी सड़क की मरम्मत नहीं की गयी है. ग्रामीणों ने कहा कि संवेदक की अनियमितता के कारण सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार व्याप्त है. सड़क बनते ही टूटते जा रही है. वहीं मेराल के समीप सड़क तो टूट गयी है. कलभर्ट भी क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसे अभी तक बनाया नहीं गया है. यदि टूटी हुई जगह को जल्द से जल्द नहीं बनाया गया, तो सड़क का और भी भाग पानी के कारण टूट जायेगा. जिससे राहगीरों को सड़क में आवागमन के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. ज्ञात हो कि भिखमपुर से मेराल तक सड़क निर्माण का कार्य डाल्टनगंज के विट्ठल सिंह संवेदक द्वारा कराया गया था. सड़क चौड़ीकरण में बरती जा रही अनियमितता घाघरा. प्रखंड मुख्यालय स्थित चांदनी चौक में किये जा रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है. स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. मिट्टी युक्त गिट्टी बिना डस्ट मिलाये डाली जा रही है. साथ ही रोलिंग कंपैक्ट के दौरान पानी का भी छिड़काव नहीं की जा रही है. जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. जबकि मानक के अनुसार गिट्टी में डस्ट मिलाना आवश्यक होता है. भीड़भाड़ वाले बाजार क्षेत्र में बिना किसी बैरिकेडिंग या सावधानी के काम चालू है. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. स्थानीय लोगों ने निर्माण एजेंसी व प्रशासन से मांग की है कि इस कार्य की गुणवत्ता की जांच करायी जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

