गुमला. नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सह झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष कलीम अख्तर के आवास में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि विधायक भूषण तिर्की व विशिष्ट अतिथि के रूप में एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव, इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह, केंद्रीय सरहुल समिति गुमला के सचिव दीपनारायण उरांव, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चैतू उरांव थे. विधायक ने कहा है कि ईद का पर्व हमें आपसी प्रेम व भाईचारगी से रहने का संदेश देता है. साथ ही गुमला की परंपरा आपसी प्रेम व भाईचारगी की रही है. गुमला में एकता की डोर न टूटे, इसका ख्याल हम सभी को रखना है. हम सभी मिल-जुल कर रहे और गुमला के विकास में हम सभी सहयोग करें. ईद के बाद सरहुल व रामनवमी का पर्व है. गुमला में एक तरफ जहां अल्लाह की इबादत हुई, वहीं दूसरी तरफ प्रकृति की पूजा व राम की भक्ति का जो दृश्य गुमला का है. यह अनूठा है. सभी जाति व धर्म के पर्व के कारण ही हम एकता की डोर में बंधे हुए हैं. मौके पर निवर्तमान नप उपाध्यक्ष मो कलीम अख्तर, जिला सचिव आरिफ अंसारी, झामुमो नगर अध्यक्ष मो लड्डन, रंजीत सिंह, निवर्तमान नप अध्यक्ष दीपनारायण उरांव, खालिद शाह, अंजुमन इस्लामिया के सदर मुशाहिद आजमी, सचिव मकसूद आलम समेत अंजुमन की पूरी टीम, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अघन इंदवार, सचिव ओमप्रकाश बाबूलाल, झामुमो मीडिया प्रभारी मोहम्मद साजिद, फिरोज आलम, मुख्तार आलम, नगर परिषद से वार्ड पार्षद हेमलता देवी, प्रबला मिंज, सुषमा देवी, तारनिका कच्छप, ललिता देवी, रेहान अहमद, अशफाक आलम आदि शामिल हुए.
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