गुमला. अखिल भारतीय भुइयां समाज कल्याण समिति गुमला ने सोमवार को माता शबरी की जयंती मनायी. इससे पूर्व समिति ने सरनाटोली स्थित मंदिर के समीप से झांकी निकाली. झांकी पालकोट रोड, मेन रोड, जशपुर रोड, डीएसपी रोड होते हुए पुन: सरनाटोली स्थित बने मंच तक पहुंच सभा में तब्दील हो गयी. झांकी के दौरान छोटे बच्चों द्वारा माता शबरी, भगवान राम व लक्ष्मण का रूप धारण कर माता शबरी की भक्ति व भगवान का स्नेह प्रदर्शित किया. इस दौरान सैकड़ों महिला, पुरुष व बच्चे गुलाल उड़ाते हुए भगवान राम व माता शबरी का जयकारे लगाये. कौन कहते हैं कि भगवान खाते नहीं, शबरी के जैसा खिलाते नहीं, जय श्री राम, जय बजरंग बली के नारे लगाये गये. मंचीय कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व जिप उपाध्यक्ष केडीएन सिंह, विशिष्ट अतिथि मुखिया रमेश उरांव ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया. केडीएन सिंह ने कहा कि माता शबरी त्याग व पर्यावरण को संरक्षित करने वाली एक दिव्य महिला थी. उन्होंने अपने भक्ति से अपने घर में भगवान राम को बुलाया. उन्होंने नारी सशक्तीकरण की अहम भूमिका निभायी है. वर्तमान समय में सभी को माता शबरी से कुछ सीखने की जरूरत है. मुखिया नरेश उरांव ने कहा कि माता शबरी अपनी भक्ति के लिए जानी जाती है. उनकी भक्ति में इतनी शक्ति थी कि उसने भगवान राम को अपने पास बुलाया और उसकी सेवा की. मौके पर केशव चंद्र साय, तेजपाल राम, डोमन राम, अध्यक्ष विष्णु राम, मुकेश राम, अशोक त्रिपाठी, राजनाथ महतो, राधेश्याम, रेखा राम, तपन राम, राजू राम, पप्पू राम, गणेश राम, होजो राम, पम्मा राम, मुंशी राम, पुष्पा देवी, मोनिका देवी, संतोष अहिराणा, अजय सिंह राणा, नीतू देवी, चैनो देवी, विजय राम, राजेश राम, नीलम देवी, गुंजन देवी, कुलदीप राम, मनोज राम मौजूद थे.
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