घाघरा. प्रखंड के आदर लैंपस में फर्जीवाड़ा का उजागर करते हुए ग्रामीणों ने बुधवार को बैठक किया. बैठक में गोपनीय तरीके से मां और बेटी को लैंपस का अध्यक्ष व सचिव बनाकर फर्जीवाड़ा किये जाने का विरोध किया गया. जिसके बाद लैंपस में धान खरीदी पर रोक लगा दिया गया. ग्रामीणों ने कहा कि अध्यक्ष व सचिव पद के लिए आमसभा में नाम चयनित किया जाता है. जिसके बाद चयनित नाम को मनोनीत किया जाता है. लेकिन ऐसी प्रक्रिया नहीं हुई और गोपनीय तरीके से गीता देवी खुद अध्यक्ष और उसकी बेटी मुस्कान कुमारी सचिव बन गयी. ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए बीडीओ से जांच कर फर्जी अध्यक्ष व सचिव पर कार्रवाई करने की मांग की. इस संबंध में गीता देवी से पूछने पर उन्होंने कहा मेरे ऊपर लगाया गया आरोप निराधार है. चयन प्रक्रिया से ही मुझे अध्यक्ष व मेरी बेटी को सचिव बनाया गया है. बतातें चले कि अध्यक्ष व सचिव गांव के ही लोगों को बनाया जाना है. लेकिन बताया जा रहा है कि गीता व उसकी बेटी दोनों टोटो के रहने वाली हैं. इस संबंध बीडीओ दिनेश कुमार से पूछने पर उन्होंने कहा कि जांच किया गया है. अध्यक्ष व सचिव फर्जी तरीके से बनाये जाने की बात सामने आयी है. इस पूरे मामले में जिला सहकारिता पदाधिकारी को पत्र प्रेषित कर दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

