चैनपुर. चैनपुर प्रखंड में इसाई धर्मावलंबियों ने पास्का पर्व मनाया. चैनपुर पारिस के संत जॉन चर्च में विशेष मिस्सा पूजा हुई. चर्च को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. क्योंकि रविवार को प्रभु यीशु अपने विश्वासियों के उत्थान के लिए उन्हें मार्गदर्शन के लिए पुनः जी उठे थे. सभी विश्वासी गिरजाघर में मिस्सा पूजा में भाग लेने के लिए 10 बजे रात को एकत्रित हुए, जो देर रात तक चलता रहा. मुख्य अधिष्ठाता फादर डीन जिबरियानुस किंडो ने कहा कि हमारे यीशु मसीह ने अपना संपूर्ण जीवन लोगों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया. अतः हमें उनके जीवन से दूसरों के लिए जीना सीखना चाहिए. समारोही मिस्सा का संचालन फादर आदित्य तिग्गा ने किया. कोयर गीत का संचालन चैनपुर पारिस के युवक-युवतियों द्वारा किया गया. मौके पर फादर अगस्तुस किंडो, फादर राजेंद्र तिर्की, फादर अजीत, फादर पवन, सिस्टर सुशीला समेत सभी सिस्टर, होली क्रॉस की सिस्टर सहित बरवेनगर, अलबर्ट एक्का कॉलेज के सभी पुरोहितों समेत सैकड़ों ख्रीस्त विश्वासी मौजूद थे.
प्रभु हमें बुराइयों से दूर रखते हैं : फादर अगस्तुस
बसिया. प्रखंड के सभी पल्लियों में पास्का पर्व मनाया गया. ममरला में फादर मोजेस खलखो, दलमादी में फादर दीपक एक्का व फादर किशोर के अलावा केमताटोली, बनई, तालेसेरा, तुरबुंगा आदि गिरजाघरों में श्रद्धालुओं द्वारा बाइबल का पाठ, प्रवचन, विशेष प्रार्थना व मिस्सा का आयोजन किया गया. साथ ही पुरोहितों द्वारा मिस्सा अनुष्ठान कराया गया. संत अन्ना चर्च कोनबीर नवाटोली के पल्ली पुरोहित फादर अगस्तुस कुजूर ने कहा कि प्रभु यीशु का जी उठना एक अद्भुत घटना है. प्रभु हमें बुराई से दूर रखते हैं. चालीसा काल का समय विशेषकर यीशु ख्रीस्त के दुखभोग व पुनरुत्थान पर मनन चिंतन करने का समय होता है. मौके पर इसाई श्रद्धालुओं ने शनिवार की देर रात व रविवार की सुबह गिरजाघरों में एकत्रित होकर प्रार्थना की. साथ ही प्रभु यीशु के दोबारा जीवित होने की खुशी में एक-दूसरे को बधाई दी. ईस्टर पर सजी मोमबत्तियां घरों में जलायी गयी. जीइएल, आरसी समेत समस्त इसाई धर्मावलंबियों ने इस दौरान अपने पूर्वजों को याद किया.
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