पालकोट. पालकोट प्रखंड के ढोलसेरा गांव स्थित राजकीय उत्क्रमित मवि में शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. प्रखंड मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूर जंगल व पहाड़ों के बीच बसे इस गांव में शिक्षा के प्रति ग्रामीणों में खासा जागरूकता देखने को मिलती है. विद्यालय में कुल 62 बच्चे नामांकित हैं, जिनमें प्रतिदिन 45 से 50 बच्चे नियमित रूप से पढ़ाई के लिए विद्यालय पहुंचते हैं. इसके बावजूद महज दो शिक्षकों के सहारे पूरे विद्यालय का संचालन किया जा रहा है. इनमें एक सरकारी शिक्षक व एक पारा शिक्षक शामिल हैं. विद्यालय के प्रधान शिक्षक शिव जतन साहू ने बताया कि शिक्षकों की कमी से पठन-पाठन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, फिर भी दोनों शिक्षक मिल कर सभी कक्षाओं का संचालन किसी तरह कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर जिला शिक्षा कार्यालय में आवेदन देकर अतिरिक्त शिक्षकों की बहाली की मांग की गयी है. विद्यालय तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क का अभाव है. बच्चों को उबड़-खाबड़ जंगली रास्तों से होकर विद्यालय आना पड़ता है. ऐसी दुर्गम व वीरान जगह में गांव-देहात के बच्चों के लिए शिक्षा का दीप जलाना निश्चित रूप से एक प्रेरणादायक मिसाल है.
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