बिशुनपुर. बिशुनपुर प्रखंड की सेरका पंचायत के पूर्वी पठार में सड़क नहीं बनने की एक जटिल समस्या है. सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण लगातार आंदोलनरत हैं. इधर प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि तक के आश्वासन देने के बावजूद अब तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका. इस कारण ग्रामीण आक्रोशित हैं. एक बार पुनः सड़क पर उतर कर आंदोलन करने का मन बना लिए हैं. इस संबंध में मंगलवार को हाड़ुप गांव में सैकड़ो ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में बुद्धेश्वर वृजिया ने कहा कि सेरका पंचायत के 80 प्रतिशत लोग आज भी सड़क जैसी महत्वपूर्ण बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं, जिसको लेकर लगातार हमलोग आंदोलन करते आ रहे हैं. इस बीच लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया गया. परंतु अंचल अधिकारी शेखर वर्मा व उपायुक्त द्वारा चुनाव के तुरंत बाद सड़क निर्माण कराये जाने का आश्वासन दिया. इस कारण ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार करने का निर्णय वापस लिया. परंतु अब तक सेरका से हाड़ुप तक सड़क निर्माण नहीं हो सका है और न ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू हुई है. बैठक के बाद सभी लोग प्रखंड कार्यालय पहुंच बीडीओ सुलेमान मुंडारी व सीओ शेखर वर्मा से मिल कर सेरका से हाड़ुप तक बनायी जाने वाली सड़क निर्माण की जानकारी मांगी. परंतु सही संतुष्टि भरा जवाब नहीं मिलने के कारण ग्रामीण सड़क पर उतर कर आंदोलन करने का मन बना रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इस बार सड़क पर उतर कर आंदोलन किया जायेगा. इसमें सेरका पंचायत के आदिम जनजाति व आदिवासी समुदाय के लोग शामिल होंगे.
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