लक्ष्य देश के लिए पदक जीतने का है. एडवांस लेवल का तीरंदाजी उपकरण नहीं है. गुमला. पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 23 एवं 24 दिसंबर 2025 को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित पेसा महोत्सव तीरंदाजी प्रतियोगिता में गुमला की बेटी अनुराधा कुमारी ने झारखंड राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए व्यक्तिगत स्पर्द्धा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. उन्होंने रजत पदक जीत गुमला सहित झारखंड राज्य का मान सम्मान बढ़ाया है. जिस दिन झारखंड राज्य का पेसा कानून लागू हुआ. उसी दिन झारखंड की बेटी अनुराधा कुमारी ने पेसा महोत्सव में रजत पदक जीतकर राज्य को समर्पित किया. अनुराधा कुमारी एक-एक छोटे और सुदूरवर्ती गांव से निकल कर तीरंदाजी के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर कृतिमान स्थापित कर रही है. अनुराधा कुमारी फट्टी गांव की रमेश तिर्की की पुत्री है. उन्होंने इस प्रतियोगिता के अलावा कई राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर अपने जिले समेत पूरे राज्य का नाम रोशन की है. आगामी पांच से नौ जनवरी तक कोलकाता में आयोजित होने वाली एशियन गेम्स सेलेक्शन ट्रायल में भाग लेगी. इनका सपना है. ओलिंपिक में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करना. परंतु इनके पास एडवांस लेवल का तीरंदाजी उपकरण नहीं होने के वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अनुराधा कुमारी वर्तमान में खेल विभाग झारखंड सरकार द्वारा संचालित एकलव्य तीरंदाजी केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) रांची में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है. अनुराधा को गुमला जिला में विकास कॉलोनी में सबसे पहले प्रशिक्षण राष्ट्रीय तीरंदाज सह वर्तमान में प्रशिक्षक अंकिता तिवारी ने दिया था. इस उपलब्धि पर गुमला जिला तीरंदाजी संघ के कृष्णदेव सिंह, बिनय टोप्पो, अंकिता तिवारी सहित कई लोगों ने बधाई दिया है.
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