गुमला. एसडीओ राजीव नीरज की अध्यक्षता में गुमला के प्रबुद्ध लोगों की बैठक हुई. बैठक में गुमला में बढ़ती नशाखोरी व युवाओं के बिगड़ते भविष्य पर चिंता जतायी गयी. साथ ही शहर को अफीम, कोरेक्स, ड्रग्स व अन्य नशीले पदार्थों से मुक्त करने के लिए लोगों ने अपनी राय दी. बैठक में बताया गया कि गुमला के कई युवा नशा के मकड़जाल में फंस गये हैं. यहां तक कि स्कूली बच्चे भी अब अफीम, कोरेक्स, ड्रग्स, गांजा सहित अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने लगे हैं, जिस पर रोक लगाने की जरूरत है. एसडीओ ने कहा है कि हम छोटी-छोटी चीजों से नशा को खत्म करने की शुरुआत करेंगे. पहला अभियान स्कूलों के समीप चलेगा. अगर कोई बच्चा नशापान करते नजर आये, तो इसकी सूचना प्रशासन को दें. यह एक सामाजिक समस्या है. इसमें परिवार की भूमिका अहम है. स्कूल के समीप अगर कहीं कुछ नशीले पदार्थ बिकते नजर आ रहे हैं, तो जरूर बतायें, ताकि कार्रवाई की जा सके. वक्ताओं ने कहा कि शहर के करमटोली व स्टेडियम में अब युवा व खिलाड़ी शराब का सेवन करने लगे हैं, जिस पर रोक लगे. आनेवाली पीढ़ी का भविष्य बर्बाद होने के कगार पर है. इसलिए शाम के समीप स्टेडियम में जरूर जांच हो. स्कूल के समीप कुछ लोग हड़िया, दारू सहित अन्य नशीले पदार्थ बिक रहा है. इस पर भी रोक लगे. बैठक में सीओ हरीश कुमार, थानेदार सुरेंद्र कुमार सिंह, दीपनारायण उरांव, निर्मल गोयल, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, अशोक जायसवाल, मुरली मनोहर प्रसाद, फादर मनोहर खोया, यशवंत सिंह, राजेश कुमार सिंह, मोहम्मद फिरोज, रामनिवास प्रसाद, उज्जवल केशरी, मो मिन्हाज, शशि प्रिया बंटी मौजूद थे.
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