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केंद्रीय टीम ने किया कांसीर पंचायत का निरीक्षण
रायडीह : एनआरएलएम मनरेगा सीएफटी पंचायत के कार्य की जांच करने मंगलवार को केंद्रीय मनरेगा टीम रायडीह पहुंची. टीम में आठ राज्यों के मनरेगा आयुक्त व ग्रामीण विकास विभाग के मनरेगा आयुक्त शामिल थे. इनमें छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, राजस्थान व महाराष्ट्र के मनरेगा आयुक्त शामिल थे. टीम सर्वप्रथम कांसीर पंचायत […]
रायडीह : एनआरएलएम मनरेगा सीएफटी पंचायत के कार्य की जांच करने मंगलवार को केंद्रीय मनरेगा टीम रायडीह पहुंची. टीम में आठ राज्यों के मनरेगा आयुक्त व ग्रामीण विकास विभाग के मनरेगा आयुक्त शामिल थे.
इनमें छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, राजस्थान व महाराष्ट्र के मनरेगा आयुक्त शामिल थे. टीम सर्वप्रथम कांसीर पंचायत के मरियमटोली गांव में राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लिया. वहां भारत सरकार के ज्वाइंट सेकेट्री अपराजिता सारंगी ने दीप जला कर कार्यक्रम का उदघाटन किया. महिला मंडल सदस्यों द्वारा कार्यों की जानकारीली. महिला मंडल सदस्यों ने टीम के लोगों से बिजली आदि की मांग की. वहीं कांसीर पंचायत में डोभा का निरीक्षण किया गया.
ज्वाइंट सेकेट्री द्वारा महिला मंडल सदस्यों से मिली जानकारी पर संतोष प्रकट किया गया. महिला मंडल सदस्यों ने हर पंचायत में बैंक की छोटी शाखा खुलवाने की मांग की. वहीं आम बागवानी के लिए तैयार किये गये गड्ढे का निरीक्षण करते समय सदस्यों ने कहा कि आम का एक पौधा अपने हाथों से लगा दें. इस पर मनरेगा आयुक्त अशोक त्रिपाठी ने इनकार करते हुए कहा कि अभी इस गड्ढे में खाद व उर्वरक की मात्रा सही रूप से नहीं दी गयी है, जिस कारण यह पौधा मर जायेगा.
इसे तैयार होने दें. उसके बाद इसमें पौधरोपण करें. मौके पर बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह, डीडीसी नागेंद्र कुमार सिन्हा, अस्फाक अहमद, नित्यानंद, राजेश, सुबोकांत नायक, देवांजन मटक, धनंजय, विजया किंडो, दुलारी मिंज, रिंकी देवी सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.
केंद्रीय टीम काम से संतुष्ट थे : बसिया. मनरेगा केंद्रीय टीम ने बसिया प्रखंड का दौरा किया. टीम में ओड़िशा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, विशाखापटनम, दिल्ली, आंध्र प्रदेश व दिल्ली के मनरेगा आयुक्त व ग्रामीण विकास के सचिव स्तरीय पदाधिकारी शामिल थे.
दौरे के क्रम में टीम लोहड़ी राजस्व ग्राम के महिला मंडल सदस्यों के साथ कार्यशाला में शामिल हुई. कार्यशाला में टीम के सदस्यों ने मजदूरी भुगतान, मेट के कार्य एवं उनकी जिम्मेवारी, ग्राम सभा का अधिकार निर्धारण, मेट निर्धारण, सीएफटी की स्थिति आदि के संबंध में जानकारी ली.
कार्यक्रम में बताया गया कि सोमरा उरांव ने दिगंबर उरांव के बकरी पालन शेड बनाने में 30 दिन मजदूरी की थी, लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ. इस पर बीडीओ रवि प्रकाश ने कहा कि जॉब कार्ड में गलत नाम होने के कारण भुगतान में विलंब हुआ है. भुगतान शीघ्र होगा. टीम में नवीनचंद्र नायक, अभिनव चतरुवेदी, सौरभ महाजन, मैनक कुमार, डॉ. आनंद, धनंजय बालिंगे, डीसी श्रवण साय, एसडीओ अमर कुमार, सीओ संदीप अनुराग टोपनो, अशोक झा, संजीव कुमार, मनीष साहू व चैतु उरांव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे.
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