चैनपुर(गुमला) : चैनपुर के मालम नवाटोली गांव में स्पेशल ब्रांच के सिपाही बदरीनाथ तिवारी उर्फ विनोद तिर्की को भाकपा माओवादियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. सिर में गोली मारने से खोपड़ी उड़ गया. घटना सोमवार रात 8.45 बजे की है. नक्सली बदरीनाथ काे जबरन घर से उठा कर ले गये और बीच सड़क पर उसे गोली मार दी.
फायरिंग करते हुए सभी माओवादी बाइक से निकल गये. पुलिस ने माओवादियों द्वारा घटनास्थल पर छोड़ा गया हस्तलिखित परचा बरामद किया है. दो खोखे भी मिले हैं. एसपी भीमसेन टुटी ने बताया कि भाकपा माओवादियों ने घर से अगवा कर सिपाही बदरीनाथ तिवारी काे मारा है. क्यों हत्या की गयी, पुलिस इसकी जांच कर रही है.
पत्नी गिड़गिड़ाती रही : माओवादी जब बदरी को घर से उठा कर ले जा रहे थे, तो पत्नी इरानी केरकेट्टा उनके सामने गिड़गिड़ाती रही. छाेड़ देने की विनती करती रही, पर नक्सली नहीं माने. स्पेशल ब्रांच के अनुसार, बदरीनाथ तिवारी जैप-7 का जवान था. बीमारी पत्नी के इलाज के लिए स्पेशल ब्रांच में स्थानांतरण कराया था.
अगस्त 2015 से चैनपुर में रह कर नक्सलियों की गतिविधि की जानकारी विभाग को दे रहा था.
रंथु व बीरबल के दस्ते ने दिया अंजाम : स्पेशल ब्रांच के अनुसार, माओवादी कमांडर रंथु उरांव, बीरबल उरांव, लजीम अंसारी के दस्ते ने इस घटना काे अंजाम दिया है. बैकफुट पर जाने के बाद ये लोग क्षेत्र में दोबारा अपना वर्चस्व स्थापित करने कर रहे हैं.
पलामू का निवासी था
सिपाही बदरीनाथ पलामू जिला के चैनपुर थाना स्थित नेनुवा गांव का मूल निवासी था. उसने दो शादी की थी. पहली पत्नी पलामू में रहती है. उससे दो बच्चे हैं. दूसरी पत्नी मालम नवाटोली में रहती है.
पुलिस लाइन में सलामी दी गयी
गुमला पुलिस लाइन में सिपाही बदरीनाथ काे अंतिम सलामी दी गयी. वहां से शव को उसके पैतृक गांव नेनुवा ले जाया गया, जहां अंतिम संस्कार होगा.
राज्य में कई नक्सली हताहत हुए हैं. बौखलाहट में इन लाेगाें ने सिपाही बदरीनाथ काे मारा है. इसका जवाब दिया जायेगा. पूरे राज्य में ऑपरेशन लांच हुआ है.
अनुराग गुप्ता, एडीजे, रांची
2009 में नक्सलियों ने की थी इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या : रांची. नक्सलियों ने अक्तूबर 2009 में भी स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या कर दी थी. वह खूंटी के अड़की में पदस्थापित थे. नक्सलियों ने अड़की के हेंब्रोम बाजार से उनका अपहरण किया था. अपहरण के तीसरे दिन रांची-टाटा रोड पर उनका सिर कटा शव बरामद हुआ था. तब नक्सलियों की इस कार्रवाई ने पुलिस विभाग को हिला कर रख दिया था.