26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

सिसई विधानसभा : झामुमो के जिग्गा मुंडा ने रिकॉर्ड मतों से दर्ज की जीत

दुर्जय पासवान, गुमला झारखंड की हॉट सीट सिसई विधानसभा सीट झामुमो के जिग्गा सुसारन होरो उर्फ जिग्गा मुंडा ने जीत लिया है. जिग्गा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के डॉक्टर दिनेश उरांव को 38 हजार 440 वोटों से पराजित किया है. दिनेश उरांव झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष थे. स्पीकर होने के कारण यह झारखंड की […]

दुर्जय पासवान, गुमला

झारखंड की हॉट सीट सिसई विधानसभा सीट झामुमो के जिग्गा सुसारन होरो उर्फ जिग्गा मुंडा ने जीत लिया है. जिग्गा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के डॉक्टर दिनेश उरांव को 38 हजार 440 वोटों से पराजित किया है. दिनेश उरांव झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष थे. स्पीकर होने के कारण यह झारखंड की हॉट सीट थी. इस सीट पर झारखंड की नजर थी. जिग्गा ने दिनेश उरांव को रिकॉर्ड मतों से पराजित किया है. जिग्गा 2014 के चुनाव में सिसई सीट से दूसरे नंबर पर थी.

जिग्गा ने भाजपा के दिनेश उरांव ने बहुत कम वोटों के अंतर से हराया था. इस हार के बावजूद जिग्गा लगातार क्षेत्र में बने रहे और जनता का दिल जीता. जिसका परिणाम है. 2019 के चुनाव में जिग्गा को जीत का स्वाद चखना पड़ा. सिसई विस सीट के 10 उम्मीदवारों को मिले वोटों पर गौर करें तो आठ उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी है. कोई भी उम्मीदवार ने पांच हजार वोट नहीं ला पाया.

जबकि इस विधानसभा सीट पर नोटा का प्रदर्शन बेहतर रहा है. पांच हजार नौ वोट लाकर नोटा तीसरे स्थान पर रहा. जबकि चौथे स्थान पर जेवीएम के लोहरमैन उरांव रहे. जिन्हें 2140 वोट मिला है. आरएमपी के उम्मीदवार मुक्तिलता टोप्पो को सबसे कम 357 वोट मिला है.

भाजपा की हार के कारण

भाजपा सिसई सीट जीत सकती थी. क्योंकि स्पीकर रहते दिनेश उरांव ने इस क्षेत्र में कई पुल, पुलिया व सड़क का काम कराये हैं. परंतु सिसई व बसिया सड़क को नहीं बनवा सके. जिससे इस क्षेत्र की जनता में डॉ दिनेश उरांव के प्रति काफी नाराजगी थी. यहां तक कि दिनेश उरांव जरूर जनता के बीच बने रहे. परंतु जनता से जो जुड़ाव होना चाहिए. वह जुड़ाव दिल से न होकर ऊपरी मन से रहा. कुछ स्थानों पर दिनेश उरांव की कड़वी बोली भी पार्टी कार्याकर्ताओं के काम करने के मनोबल को गिराया है.

साथ ही दिनेश उरांव चापलूसों के बीच घिरे रहे. जो सच्चे पार्टी के कार्यकर्ता थे. उनके बीच वे पहुंच नहीं सके. यहां तक कि कई महत्वपूर्ण मीडिया से भी उनकी दूरी लगातार बनी रहे. जिससे वे अपनी बातों को मीडिया के माध्यम से भी जनता के बीच नहीं रख सके. जिस कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

यह जनता की जीत है : जिग्गा

झामुमो विधायक जिग्गा सुसारन होरो ने कहा कि यह जनता की जीत है. जनता की मेहनत का फल है. मैं चुनाव जीता हूं. जनता ने मुझे विधायक बनाया. अब मेरा काम जनता के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि सिसई सीट को जीतने के लिए एक उम्मीदवार ने पानी की तरह पैसा बहा दिया. उसके लिए कई स्टार प्रचारक सिसई आये थे. इसके बाद भी जनता ने धन व बल को साथ नहीं दिया और जनता की पार्टी झामुमो का साथ दिया.

भाजपा के सभी स्टार प्रचारक हमारे हेमंत सोरेन के आगे फेल हो गये. भाजपा ने झामुमो के चुनाव प्रचार तक को रोकने का प्रयास किये. हेलीकॉप्टर को उड़ने नहीं दिया गया. इसके बावजूद हेमंत सोरेन ने मोबाइल से सभा को संबोधित किये. जिसका परिणाम है. जनता ने खुलकर झामुमो का साथ दिया. श्री होरो ने सिसई सीट जीत पर जनता को बधाई दी है.

पार्टी का नाम- उम्मीदवार- प्राप्त मत

झामुमो – जिग्गा सुसारन होरो – 93591
भाजपा – दिनेश उरांव- 55151
जेवीएम- लोहरमैन उरांव- 2140
बसपा- संतोष महली- 492
आरडीपी- पुनीत भगत- 717
आरएमपी- मुक्तिलता टोप्पो- 357
एनएपी- सुखदेव उरांव- 596
झापा- सुनीता टोपनो – 1034
निर्दलीय- शशिकांत भगत- 968
निर्दलीय- संजीत मिंज- 1605
नोटा ————– 5009

1951 से अब तक के विधायक

विधायक का नाम- पार्टी कानाम – वर्ष

बलिया भगत- जेएचपी- 1951
कृपा उरांव- जेएचपी- 1957
सीताराम भगत- स्वतंत्र- 1962
एस भगत- कांग्रेस – 1967
ललित उरांव- भाजपा – 1969
सुकरू भगत- कांग्रेस – 1972
ललित उरांव- जेएचपी- 1977
बंदी उरांव- कांग्रेस – 1980
बंदी उरांव- कांग्रेस- 1985
ललित उरांव- भाजपा – 1990
बंदी उरांव- कांग्रेस – 1991
बंदी उरांव- कांग्रेस – 1995
दिनेश उरांव- भाजपा – 2000
समीर उरांव- भाजपा – 2005
गीताश्री उरांव- कांग्रेस – 2009
दिनेश उरांव- भाजपा – 2014
जिग्गा मुंडा- झामुमो- 2019

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें