दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला विधानसभा अंतर्गत गुमला शहर से सटे तिर्रा गांव के कलस्टर संख्या पांच में रहने और सोने की व्यवस्था नहीं होने के कारण पीठासीन व मतदान पदाधिकारियों में रोष दिखा. कलस्टर में अव्यवस्था को लेकर पदाधिकारियों ने हंगामा भी किया. तिर्रा गांव के राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय को कलस्टर बनाया गया है. जहां पुलिस जवानों सहित पांच बूथों (बूथ संख्या 155, 156, 157, 158 एवं 159) के पीठासीन व मतदान पदाधिकारियों एवं कलस्टर मजिस्ट्रेट के ठहरने के लिए विद्यालय के चार कमरों की व्यवस्था की गयी थी.
वहां पुलिस जवान पहले से ही पहुंचे हुए थे. बाद में गुरूवार को लगभग तीन बजे पांच बूथों के पीठासीन व मतदान पदाधिकारी वाहन के माध्यम से उक्त कलस्टर पर पहुंचे. जहां पदाधिकारियों ने अपने लिए रहने-सोने की व्यवस्था नहीं देखकर बिफर पड़े. बाद में विद्यालय के शिक्षक सुधीर कुमार को मोबाइल पर संपर्क कर विद्यालय बुलाया गया. शिक्षक सुधीर कुमार ने बताया कि विद्यालय प्रबंधन को चार कमरों को खाली करने का निर्देश मिला था. निर्देशानुसार चार कमरों का बेंच-डेस्क हटाकर खाली भी कर दिये.
वहीं पीठासीन व मतदान पदाधिकारियों के हंगामा के बाद एक अधिकारी ने गांव के स्थानीय बच्चों के सहयोग से एक अन्य कमरे का बेंच-डेस्क बाहर निकालने में जुट गये. बेंच-डेस्क बाहर निकालने में पीठासीन व मतदान पदाधिकारियों ने भी सहयोग किया. इधर, रहने-सोने की व्यवस्था नहीं होने की जानकारी सदर बीडीओ संध्या मुंडू को भी मोबाइल पर दी गयी. सूचना मिलते ही बीडीओ संध्या मुंडू, सीओ केके मुंडू व बीडब्ल्यूओ गोपालराम दास कलस्टर पहुंचे. जहां पीठासीन व मतदान पदाधिकारियों ने बीडीओ को रहने-सोने की व्यवस्था नहीं होने की जानकारी दी.
यह भी बताया कि पुलिस जवानों सहित पांच बूथों के 20 पीठासीन व मतदान पदाधिकारी हैं. इनके लिए महज एक ही शौचालय की सुविधा है. जानकारी लेने के बाद बीडीओ ने देर शाम सभी पीठासीन व मतदान पदाधिकारियों के रहने-सोने की व्यवस्था कलस्टर में करायी.