दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला जिला में नियमित बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर जिला युवा कांग्रेस कमेटी गुमला ने शुक्रवार को करौंदी स्थित बिजली कार्यालय का घेराव किया. कमेटी के जिला अध्यक्ष राजनील तिग्गा के नेतृत्व में बिजली विभाग का घेराव करने पहुंचे. कांग्रेसियों ने सबसे पहले विभाग के मुख्य प्रवेश द्वार को पूरी तरह से अवरूद्ध कर बिजली विभाग व भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और द्वार के समीप ही सभा की.
जहां राजनील तिग्गा ने कहा कि भाजपा सरकार नाम बड़े और दर्शन छोटे वाली कहावत को चरितार्थ कर रहा है. सूबे के सीएम कहते हैं कि राज्य में 24 घंटे में 18 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है. ग्रामीण क्षेत्रों में मुश्किल से दो घंटे और शहरी क्षेत्र में छह से सात घंटे ही बिजली आपूर्ति हो रही है. गुमला जिला इसका उदाहरण है.
लोड शेडिेंग के नाम पर हमेशा बिजली काट दी जाती है. गांवों में ट्रांसफारमर जला हुआ है. जर्जर बिजली की तारे झुल रही हैं. परंतु इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. छोटे-छोटे व्यवसायी जो लोन लेकर किसी प्रकार अपना व्यवसाय चला रहे हैं, वैसे व्यवसायियों को बिजली नहीं रहने से व्यवसाय में नुकसान हो रहा है. बिजली आधारित कई कामकाज ठप होते जा रहे हैं.
श्री तिग्गा ने कहा कि जनता को अब जागरूक होने की जरूरत है. आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनावें. स्वर्गीय राजीव गांधी ने घर-घर बिजली का सपना देखा था. जनता चुनाव में साथ दे. उनके सपनों को पूरा करेंगे. अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राजीव रंजन महतो ने कहा कि रघुवर सरकार ने बड़े-बड़े वादे किये था. परंतु वह अपने वादों को पूरा करने में नाकाम साबित हो रही है.
उन्होंने कहा कि जिले में बिजली की लचर व्यवस्था के कारण लोगों का व्यवसाय, रोजगार प्रभावित हो रहा है. आम जनता हलकान है. अनियमित बिजली आपूर्ति के कारण ही सदर अस्पताल गुमला में तीन मासूम बच्चों की मौत हो गयी. इसके जिम्मेवार कौन हैं? जनता कांग्रेस का साथ दे. कांग्रेस ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकेगी, जो जनहित से परे अपने निजी स्वार्थ के लिए काम करती है.
वहीं सभा के बाद कांग्रेसियों ने विभाग के कार्यपालक अभियंता को पांच सूत्री मांगपत्र सौंपा. मांग जल्द पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है. इस अवसर पर माणिकचंद साहू, रामनिवासी प्रसाद, अकील रहमान, शाहजहां अंसारी, दीपक कुमार, मंसूब अंसारी, मोहम्मद कासिम, मोहम्मद सारिक, मोहम्मद सदाब, रोहित उरांव, जय सिंह, ब्रजकिशोर सिंह, मोहम्मद पप्पु, मोहम्मद असफाक, मोहम्मद जलील, मोहम्मद शमीम खान, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद एहसान, राजदीप कुमार, विनोद यादव, मोहम्मद इमरोज, मोहम्मद तजमल, सीता देवी, सलोनी कुजूर, रजनी पूर्ति, खुशमारेन कुजूर, स्वाती बाड़ा, रफी अली आदि उपस्थित थे.
बिजली समस्या को लेकर करेंगे गुमला बंद : चेंबर
फेडरेशन झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अमित माहेश्वरी ने कहा है कि गुमला जिले में बिजली सप्लाई चरमरा गयी है. सरकार का जो वादा है. वह भी फेल हो गया. कुछ दिन पहले बिजली विभाग के एमडी राहुल पुरवार गुमला आये थे. बड़े वादे किये. व्यापारियों को विश्वास दिलाया कि बिजली नियमित मिलेगी. लेकिन उनकी झूठ की पोल गुमला की बिजली सप्लाई व्यवस्था खोल रही है.
बिजली की समस्या को लेकर अब चेंबर उग्र आंदोलन के मूड में है. बैठक आयोजित कर पांच दिन के अंदर में गुमला बंद किया जायेगा. श्री माहेश्वरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि चेंबर तभी कड़ा कदम उठाता है. जब अति हो जाता है. बिजली की समस्या इसी अति में शामिल है. जिस प्रकार जीवन जल एवं वायु के बिना संभव नहीं है. आज उसी प्रकार से विद्युत भी जीवन के लिए लाइफ लाइन है. आज लगातार विद्युत विभाग विद्युत आपूर्ति के नाम पर खिलवाड़ कर रहा है.
गर्मी का प्रचंड प्रकोप है. लेकिन विद्युत आपूर्ति करने में विभाग अपनी असमर्थता बताता है. विभाग के पास नित्य नये बहाने तैयार हैं. यदि बरसात हो गयी तो पेड़ गिरने के नाम से विद्युत आपूर्ति रोक दी जाती है. यदि मौसम सही है तो गुमला को कम बिजली मिलने का रोना रोकर विद्युत आपूर्ति रोक दी जाती है. फॉल्ट ठीक करने के नाम पर दिनभर बिजली काट दी जाती है. झारखंड सप्ताह में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की बात कहती हैं और गुमला विद्युत विभाग इसकी पूर्ण रूप से मजाक उड़ाते नजर आ रहा है.
विगत दिनों विद्युत विभाग के एमडी राहुल पुरवार भी गुमला आये और भरोसा दिलाया कि 6 से 8 बजे तक मरम्मत कार्य करने के लिए बिजली काटी जायेगी. बाकी समय 20 से 22 घंटे बिजली रहेगी. परंतु उनका झूठ पूरा गुमला देख रहा है. आज लोग न दिन में अपना कार्य कर पा रहे हैं. व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. रात में भी लोग लाइट नहीं रहने के कारण बेचैनी से रात में जाग कर समय बिता रहे हैं.
विधायक, सांसद एवं नगर परिषद में जीते हुए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष को भी इस आम जनता के दर्द से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने इस समस्या के निवारण के लिए कोई कोशिश नहीं की. आज हम सब अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. मगर अब हम चुप नहीं रहेंगे. विद्युत विभाग को यह सूचित किया जा रहा है कि आप हमें पूर्ण रूप से विद्युत आपूर्ति करें. अन्यथा हम सब आमजनों के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे.