गुमला : पालकोट प्रखंड के घोर उग्रवाद प्रभावित डहुपानी पंचायत निवासी बसंत सिंह की मां का सोमवार को कोनवीर अस्पताल में इलाज के क्रम में निधन हो गया. करीब 12 बजे शव को अस्पताल से घर लाया गया. घर में शव पड़ा था. लोग सदमे में थे, लेकिन लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान भी करना था.
मतदान का समय खत्म न हो जाये, इसलिए परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार करना छोड़ पहले वोट करने डहूपानी स्कूल बूथ नंबर 36 पर गये. पोता जगेश्वर सिंह, रिश्तेदार शिवानंदन सिंह, दीपक सिंह, विश्वनाथ सिंह, छटकू साय व करमपाल सिंह सहित घर की महिला सदस्य ने मतदान किया. इसके बाद दिन के एक बजे अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
पिता का दाह संस्कार कर पहुंचे बूथ पर – गिद्दी(हजारीबाग) : चुंबा निवासी योग शिक्षक दीपक पाठक अपने पिता रामदेव पाठक का दाह संस्कार कर वोट देने बूथ पर पहुंचे. उनके पिता का निधन रविवार को हो गया था. श्री पाठक ओड़िशा में बतौर योग शिक्षक कार्यरत हैं.
उग्रवाद प्रभावित मरकच्चो में दिखा उत्साह : कोडरमा- उग्रवाद प्रभावित मरकच्चो प्रखंड के अरैया गांव में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. तीन धनुष हाथ में लिए ग्रामीण बैजू मुर्मू, राजेश मुर्मू, लखन मुर्मू व चैतु मुर्मू करीब तीन किलोमीटर की दूरी तय कर मतदान करने उत्क्रमित मध्य विद्यालय अरैया पहुंचे थे.