गुमला : झारखंड सरकार की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा एवं उद्योग निदेशक के रवि कुमार ने पर्यावरण संबंधी क्लियरेंस लेने के बाद ही बालू पत्थर का उठाव सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
मुख्य सचिव व उद्योग निदेशक ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह निर्देश दिया है. ज्ञात हो कि पूर्व में जिले में बालू पत्थर का उठाव खनन विभाग के माध्यम से विभागीय प्रक्रिया के बाद होता था. लेकिन सरकार ने अब पर्यावरण संबंधी समस्याओं को देखते हुए पर्यावरण संबंधी क्लियरेंस के बाद ही बालू पत्थर का उठाव सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
मुख्य सचिव ने कहा है कि बालू पत्थर के उठाव के लिए पूर्व और अब की प्रक्रिया में अंतर है. बालू पत्थर के उठाव के लिए अब खनन विभाग के माध्यम से संबंधित लोगों को ऑनलाइन रशीद कटाना होगा. ऑनलाइन रशीद कटने के बाद ही बालू पत्थर का उठाव होगा. इस दौरान मुख्य सचिव ने खनन विभाग के इइ राजेश फुलजेंस लकड़ा व सदर एसडीओ को बालू पत्थर के उठाव की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने और पूरा लेखा जोखा भी रखने का निर्देश दिया.
वहीं मुख्य सचिव ने पत्थर तोड़ने संबंधी भी आवश्यक निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि अब भारत सरकार की गाइड लाइन के आधार पर पहाड़ों से पत्थर तोड़ा जायेगा. वीडियो कॉन्फ्रेंस में जिले से खनन विभाग के इइ व सदर एसडीओ सहित लघु सिंचाई विभाग के इइ सीएन झा व सुलतान अंसारी आदि शामिल थे.