प्राथमिकी में लक्ष्मी ने कहा है कि उसका पति रजीव साहू सहित ससुराल के लोग एक कार और डेढ़ लाख नकद की मांग को लेकर प्रताड़ित कर रहे हैं. उसने कहा है कि उसकी (लक्ष्मी) शादी दो मई 2015 को कुसमी संबलपुर जिला ओड़िशा निवासी रजीव साहू से हुई थी. शादी के समय मेरे घर वालों ने 300 ग्राम सोना सहित हैसियत के हिसाब से दान दहेज दिया था.
पति रजीव साहू सुंदरगढ़ के बीरबीरा में ज्वेलरी शॉप चलाते हैं और वहीं किराये के मकान में रहते हैं. लक्ष्मी ने बताया कि उसे बाद में पता चला कि बीरबीरा में उसके पति का एक अन्य युवती से अवैध संबंध है. इसके बाद वह भी अपने पति के यहां बीरबीरा चली गयी और वहीं रहने लगी. इस दौरान लक्ष्मी ने गर्भ भी धारण किया. लगभग दो माह का गर्भ था, लेकिन पति रजीव ने जबरन गर्भपात करा दिया और ऑल्टो कार व डेढ़ लाख रुपये की मांग को लेकर मारपीट करने लगा.