शादीशुदा व्यक्ति ने महिला को प्रेम जाल में फंसाकर की शादी
जब शादीशुदा होने की पोल खुला तो महिला को घर से निकाला
दुर्जय पासवान, गुमला
पहले मुलाकात कर दोस्ती की. फिर प्रेम जाल में फंसा कोर्ट मैरिज किया. तीन साल तक पति पत्नी बनकर रहे. जब युवक की शादीशुदा होने की पोल खुली तो प्रेमिका को घर से निकाल दिया और उसके साथ रहने से इंकार कर दिया. यह प्रेम कहानी गुमला शहर के शास्त्री नगर का है. इस मामले में शास्त्री नगर निवासी प्रीति कुजूर ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में केस किया है. जिसमें उसने करलुस मिंज को आरोपी बनाया है.
करलुस गुमला में पुलिस अधीक्षक के आवास में कार्यरत है. करलुस पहले से शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है. दर्ज केस में पीड़िता ने कहा है कि उसकी मुलाकात 2014 में करलुस से हुई थी. इसके बाद करलुस ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया. इस दौरान दो बार गर्भपात भी कराया. 19 जून 2017 को निबंधन कार्यालय में दोनों ने शादी कर ली. इसके बाद शास्त्री नगर में किराये के मकान में पति पत्नी की तरह रहने लगे.
पीड़िता ने कहा कि जब करलुस ने उसके साथ शादी की तो करलुस ने यह बात छिपाया कि वह पहले से शादीशुदा है और बच्चे हैं. सितंबर 2017 में कुछ लोगों ने प्रीति को बताया कि करलुस पहले से शादीशुदा है. उसके दो बच्चे भी है. इसके बाद प्रीति ने करलुस से जानकारी मांगी. जब महिला ने करलुस के गांव ढोढरीटोली जाकर सत्यता की जांच की जो सही पाया.
करलुस की पोल खुलने के बाद करलुस ने अपने बचाव के लिए प्रीति को घर से निकाल दिया. 17 सितंबर 2017 को करलुस ने प्रीति के साथ मारपीट करते हुए घर से निकाल दिया और कहा कि जाओ तुम्हें जो करना है कर दो. इसके बाद पीड़िता ने न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.