पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर 50 बोरा व 50 किलो गेहूं बरामद किया है. गिरफ्तार सभी पांच आरोपियों को पुलिस अपने साथ ओड़िशा ले गयी. ओड़िशा के झारसुगड़ा थाना के एसआइ रवि शंकर ने बताया कि राउरकेला के वेदव्यास स्थित एफसीआइ गोदाम से दो ट्रक गेहूं लोड हुआ था. एक ट्रक में 360 व दूसरे ट्रक में 340 क्विंटल गेहूं था. चालक जीवन गंझू व कमलेश गंझू गेहूं को सरकारी गोदामों में पहुंचाने के बजाय गुमला लेकर आ गये और सिलम पेट्रोल पंप के पास गाड़ी खड़ी कर दी. इसके बाद दिनेश साहू से संपर्क किया. दिनेश ने चंद्रमोहन को गेहूं आने की सूचना दी.
चंद्रमोहन ने घाघरा के कुलदीप से संपर्क कर दोनों ट्रक गेहूं की कीमत पांच लाख 46 हजार रुपये लगायी. इसके बाद कुलदीप ने गेहूं को बेच दिया. गेहूं बेचने पर कुलदीप ने 40 हजार रुपये कमीशन लिया और पांच लाख छह हजार रुपये दिनेश साहू को दे दिया. दिनेश ने उक्त राशि को चंद्रमोहन को दिया.
एसआइ ने बताया कि ट्रक के साथ गेहूं गायब होने की प्राथमिकी थाने में दर्ज हुई. इसके बाद पहले पुलिस ने चतरा से चालक जीवन व कमलेश को पकड़ा. पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों को पकड़ा गया और सरकारी गेहूं बेचने के मामले का खुलासा हुआ. इधर, गुमला एसपी चंदन कुमार झा ने कहा कि झारसुगड़ा थाना की पुलिस आयी थी. इसमें गेहूं चोरी कर बेचने के मामले में पांच लोगों को पकड़ा गया है. आरोपियों को पकड़ने में गुमला पुलिस ने सहयोग किया.