राजमहल कोल परियोजना क्षेत्र में मंगलवार सुबह से जारी लगातार बारिश के कारण कोयला उत्पादन और डिस्पैच की प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित हुई है. खनन क्षेत्र में अत्यधिक बारिश के चलते हॉल रोड पर फिसलन हो गयी, जिससे गाड़ियों का परिचालन पूरी तरह बंद करना पड़ा. साथ ही खनन स्थल पर जलजमाव होने के कारण कोयला उत्खनन कार्य भी स्थगित कर दिया गया. मिट्टी की कटाई भी पूरी तरह रुक गयी है. परियोजना अधिकारी सतीश मुरारी ने जानकारी दी कि सुरक्षा कारणों से बारिश के दौरान खनन कार्य रोक दिया जाता है. जलजमाव और सड़क पर फिसलन के कारण भारी वाहनों का परिचालन जोखिमपूर्ण हो जाता है. साथ ही बारिश के चलते बिजली आपूर्ति में तकनीकी बाधाएं भी उत्पन्न हो जाती हैं, जिससे खनन कार्य बाधित होता है. सामान्य दिनों में प्रतिदिन औसतन 40 हजार टन कोयला का उत्पादन किया जाता है, लेकिन मंगलवार को केवल 10 हजार टन कोयला ही निकाला जा सका. वहीं कहलगांव और फरक्का एनटीपीसी को कुल 25 हजार टन कोयले का डिस्पैच किया गया, जबकि सामान्यतः प्रतिदिन 50 हजार टन कोयले का डिस्पैच होता है. परियोजना अधिकारी ने बताया कि बारिश समाप्त होने के बाद हॉल रोड की मरम्मत कर फिसलन हटायी जाएगी, ताकि कोयला खनन और डिस्पैच कार्य फिर से सुचारु रूप से प्रारंभ किया जा सके.
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