मेहरमा प्रखंड क्षेत्र के तुलाराम भुस्का पंचायत के गौरीचक गांव में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता महिला सामाजिक कार्यकर्ता बीबी मोनी ने की. इस दौरान बीबी फनार, शाजमीन खातून, सुनीता देवी, मीना देवी, बीबी शावरा, गास्या खातून, बीबी मदीना एवं बीबी लजमून सहित अनेक महिलाएं मौजूद रहीं. महिलाओं ने महागामा के कसबा मदरसे में छात्रा की मौत के मामले की जांच हो और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाये विषय पर बारी-बारी से बातों को रखा. इस दौरान महागामा के कसबा मदरसे में छात्रा की हुई मौत की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान में छात्रा की मौत के लिए विद्यालय के शिक्षक तथा प्रबंधन जिम्मेदार होते हैं. छात्रावास सुविधा वाले संस्थान में माता-पिता बच्चों को सुरक्षित मानकर भेजते हैं. ऐसी घटनाओं से शिक्षा संस्थानों पर से विश्वास उठ जाता है. महिलाओं ने जोर देकर कहा कि सभी शिक्षण संस्थान राज्य सरकार की कठोर निगरानी में होने चाहिए. बिना पंजीकरण वाले विद्यालयों को तत्काल बंद कर देना चाहिए और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. महागामा कसबा स्थित मदरसे में छात्रा की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गयी. जांच में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया, ताकि अभिभावकों का शिक्षण संस्थानों पर विश्वास कायम रह सके. संवाद कार्यक्रम का संचालन प्रतिनिधि नवनीत कुमार ने किया.
महिलाओं ने कहा-
मदरसे में बच्ची की मौत ने सभी को हिला दिया है. उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो. ऐसे मामले को नजरअंदाज करना अत्यंत दुखद होगा.-बीबी मोनी
जिले के सभी शिक्षण संस्थानों की जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग की ओर से जांच हो. बिना सरकारी पंजीकरण वाले संस्थान बंद किये जायें ताकि गुणवत्ता बनी रहे.-बीबी फनार
मदरसे में बच्ची की मौत का न्याय तभी होगा जब दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. पुलिस प्रशासन की सुस्ती को लेकर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.-शाजमीन खातून
जिले के छात्रावास नियमों के उल्लंघन के साथ संचालित हो रहे हैं. ऐसे में छात्रावास को बंद करना चाहिए ताकि व्यवस्था सुधार हो और सुरक्षा सुनिश्चित हो.-सुनीता देवीB
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