ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के माल मंडरो बाजार में हाल ही में खोली गयी सरकारी शराब दुकान के विरोध में रविवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा. खेतौरी समाज की अगुआई में सैकड़ों पुरुष, महिलाएं और बच्चे सड़कों पर उतर आये और शराब दुकान के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि माल मंडरो गांव खेतौरी समाज का हिस्सा है, जहां का वातावरण अब तक शांतिपूर्ण और सामाजिक सौहार्द से परिपूर्ण रहा है. लेकिन शराब दुकान खुलने से अब पूरे समाज की सांस्कृतिक मर्यादा और सामाजिक सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि यहां की महिलाएं, बहन-बेटियां सुबह-शाम सड़क पर वॉकिंग करती हैं, बच्चे स्कूल जाते हैं और लोग अपने खेत-खलिहान का रख-रखाव भी इसी मार्ग से करते हैं. शराब दुकान खुलने से अब इस रास्ते पर असामाजिक तत्वों की भीड़ लगने की आशंका है. ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि जिस जगह शराब की दुकान खोली गयी है, वह एक प्राइवेट स्कूल के बिल्कुल सामने है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा, मानसिक विकास और पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. गांव की महिलाओं अंजू देवी, सुभद्रा देवी, कस्तूरी देवी, नामो देवी, सुलेखा देवी, मंजू देवी, रेणु देवी आदि ने कहा कि अगर इस दुकान को तत्काल बंद नहीं किया गया, तो वे सड़क जाम से लेकर आन्दोलन तक करने को मजबूर हो जाएंगी. ग्रामीणों ने बताया कि जब दुकान खोलने की योजना सामने आयी थी, तभी स्थानीय समाज द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा गया था कि गांव की सीमा से बाहर दुकान खोली जाए. इसके बावजूद प्रशासन ने लोगों की मांगों को नजरअंदाज कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल शराब की दुकान का मामला नहीं, बल्कि पूरे समाज की इज्जत, सुरक्षा और भविष्य का सवाल है. गांववासियों ने प्रदर्शन के दौरान साफ कहा कि यह केवल एक चेतावनी है. यदि जल्द ही दुकान को बंद नहीं किया गया, तो वे अगली बार मुख्य सड़क को पूरी तरह जाम कर देंगे और जनांदोलन खड़ा करेंगे. इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों ने बीडीओ ठाकुरगंगटी, जिला उत्पाद विभाग, डीसी, मुख्यमंत्री और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा है. ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द इस संवेदनशील मुद्दे पर कार्रवाई करेगा. ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि माल मंडरो जैसे सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से सजग गांव में सरकारी शराब दुकान समाज के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. वे इसे किसी भी सूरत में चलने नहीं देंगे.
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