फरक्का एनटीपीसी एमजीआर रेलवे लाइन के तलवारिया गांव के पास पहाड़िया आदिवासी ग्रामीणों ने अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर तीसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रखा है. संथाल परगना औद्योगिक मजदूर संघ के बैनर तले यह आंदोलन हो रहा है. धरना प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने फरक्का एनटीपीसी को रेलवे लाइन बनाने के लिए अपनी कीमती जमीन दी है, जो राजमहल परियोजना से कोयला ढुलाई के लिए उपयोग होती है. रेलवे लाइन से निकलने वाली कोयले की धूल से वे गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन एनटीपीसी प्रबंधन उनकी मूलभूत समस्याओं की अनदेखी कर रहा है. ग्रामीणों ने एनटीपीसी से आग्रह किया है कि वह अपने सीएसआर फंड से गांव में पक्की सड़क, तालाब और पीने के पानी की बेहतर व्यवस्था करे, अन्यथा आंदोलन अनिश्चितकालीन रूप से जारी रहेगा. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रबंधन उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम नहीं उठाता है, तो रेलवे ट्रैक भी जाम किया जाएगा. संथाल परगना औद्योगिक मजदूर संघ के सचिव रामजी साह और सहायक सचिव सोनाराम मड़ैया ने बताया कि एनटीपीसी प्रबंधन ने चार अक्टूबर को वार्ता के लिए समय दिया है. यदि इस वार्ता में भी ग्रामीणों की मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं होती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
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