केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार जिला प्रशासन की ओर से गोड्डा में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस अभ्यास में हवाई हमले की चेतावनी के संकेतों के संचालन की प्रभावशीलता, क्रैश ब्लैकआउट उपायों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को छिपाने, निकासी योजनाओं, नियंत्रण कक्षों को सक्रिय करने, अग्निशमन आदि का परीक्षण किया गया. इस दौरान गोड्डा-भागलपुर मार्ग पूरी तरह से बंद रहा. मॉक ड्रिल के दौरान अचानक सायरन बजा और सभी तैयार हो गये. इसके बाद एक गंभीर रूप से घायल को स्ट्रेचर पर लोड कर सीधे इमरजेंसी सेवा के साथ अस्पताल लाया जाता है. दूसरी तरफ आग लगने का दृश्य लोगों के सामने आया और फायर सेफ्टी वाले दमकल से पानी की बौछार कर आग पर काबू पाते हैं. इस तरह से गोड्डा प्रोफेसर कॉलोनी में दिन के चार बजे से शुरू किया गया मॉक ड्रिल. मॉक ड्रिल के दौरान डीसी जिशान कमर व एसपी अनिमेष नथानी मौजूद रहे. डीसी ने आमलोगों से कहा कि पेनिक होने की जरूरत नहीं है. यह आपदा सुरक्षा को लेकर एक अभ्यास मात्र है. इस दौरान डीसी जिशान कमर, एसपी अनिमेष नथानी ने पूरे कार्यक्रम के दौरान मॉक ड्रिल संपन्न कराया. मॉक ड्रिल प्रोफेसर कॉलोनी के अलावा मोतिया के अदाणी पॉवर कैंपस एवं ईसीएल क्षेत्र में भी किया गया. पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य व नगर परिषद की टीमें रही मुस्तैद मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद, होम गार्ड, महिला कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स मुस्तैदी से डटे थे. इस दौरान आपदा को लेकर घायल व अन्य रोगियों को सकुशल अस्पताल पहुंचाने के लिए विशेष अभ्यास किया गया. बताया गया कि इस तरह की स्थिति में कैसे कम कैजुअल्टी हो. डॉक्टर सहित नर्सिंग स्टाफ की टीम को विशेष रूप से केयर करने की जानकारी दी गयी. फायर बिग्रेड आदि की गाड़ियों को भी मॉक ड्रिल में शामिल किया गया. लोगों ने देखा समझा और कहा-हमारा रहेगा सहयोग मॉक ड्रिल को स्थानीय लोगों ने भी देखा व समझा. इस क्रम में स्थानीय प्लस टू विद्यालय परिसर में मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को देर तक जानकारी दी गयी. लोगों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया. यह भी बताया गया कि यह सिर्फ एक ड्रिल है. लोगों को घबराने व पैनिक होने की जरूरत नहीं है. इस दौरान एसी प्रेमलता मुुर्मू, सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा, डीटीओ कंचन भुदौलिया, डीएलएओ रितेश कुमार जायसवाल, बीडीओ दयानंद जायसवाल, नगर प्रशासक आशीष कुमार, डीएसपी हेडक्वार्टर जेपीएन चौधरी, इंस्पेक्टर मधुसुदन मोदक, इंस्पेक्टर दिनेश महली, मेजर धर्मेंद्र राम, सार्जेंट मेजर श्रीकांत मरांडी भी मौजूद थे. मॉक ड्रिल के दौरान भागलपुर रोड पूरी तरह से रहा बंद प्रोफेसर कॉलोनी में मॉक ड्रिल के दौरान गाेड्डा-भागलपुर मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया था. ट्रैफिक देर तक रूकी रही, मगर लोगों ने काफी उदारता का परिचय देते हुए ड्रिल के दाैरान अपने स्थान पर रूके रहे. स्थानीय प्लस टू विद्यालय के प्रांगण में चिकित्सा व्यवस्था को लेकर लोगों को आवश्यक जानकारी दी गयी. इस दौरान अस्पताल के चिकित्सक डॉ आकाश ने एक मरीज पर डेमो कर उसे गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सा को लेकर जानकारी दी. बताया कि अगर बेहोशी की हालत में है, सांस चलने की जानकारी नहीं मिल रही है, एंबुलेंस आने में विलंब है, तो पहले 30 बार सीपीआर के माध्यम से हृदय गति को बनाने में मदद करें. वहीं अदाणी के सैफ्टी मैनेजर नवनीत कुमार ने आग लगने पर आवश्यक रूप से बचाव के बारे में बताया. महिला कॉलेज के एनसीसी केडेट्स में पुष्प वर्षा, निकिता कुमारी तथा मुस्कान मुख्य रूप से मौजूद थीं. ……………………………………………………….. अदाणी पावर प्लांट परिसर में आपात स्थिति से निपटने का किया गया अभ्यास तसवीर- 11 में अदाणी में मॉक ड्रील की संवाददाता, गोड्डा अदाणी पावर प्लांट परिसर में जिला-प्रशासन की ओर से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जो शाम 4 बजे से शुरू होकर 4:25 तक चला. अभ्यास में अदाणी पावर के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. मॉक ड्रिल को तीन चरणों में संपन्न किया गया, जिसका उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में त्वरित और सुरक्षित प्रतिक्रिया देना था. पहले चरण में सायरन बजाकर कर्मचारियों को सतर्क किया गया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. दूसरे चरण में आग लगने की काल्पनिक घटना के जरिये आग पर काबू पाने का प्रदर्शन किया गया. इसके साथ ही धमाकों में घायल हुए कर्मचारियों को प्राथमिक उपचार के लिए चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाया गया और आग पर पूरी तरह नियंत्रण पाने का अभ्यास किया गया. तीसरे और अंतिम चरण में गंभीर रूप से घायल लोगों को एम्बुलेंस की सहायता से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया. दौरान सुरक्षा और राहत कार्यों का सजीव प्रदर्शन किया गया. मॉक ड्रिल के दौरान सिक्योरिटी हेड सुब्रत देवनाथ और सेफ्टी हेड रणधीर कुमार ने कर्मचारियों को आपातकालीन स्थिति में अपनाई जाने वाली सावधानियों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दिया. अदाणी पावर के स्टेशन हेड प्रसून चक्रवर्ती ने अपने संबोधन में बताया कि इस प्रकार की ड्रिल न केवल कर्मचारियों को सतर्क करती है, बल्कि किसी भी आकस्मिक स्थिति में जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करती है. इस दौरान स्थानीय मोतिया ओपी के प्रभारी महावीर पंडित उपस्थित थे.
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