गोड्डा जिले में दुर्गा पूजा की रौनक इन दिनों अपने शबाब पर है. रविवार शाम को शहर के कई दुर्गा मंदिरों में मां दुर्गा का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया, जिसके साथ ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और चारों ओर मेला जैसा दृश्य देखने को मिला. रविवार को सप्तमी के अवसर पर मां दुर्गा के सातवें स्वरूप, मां कालरात्रि की विधिवत पूजा-अर्चना की गयी. दोपहर के बाद दुर्गा मंदिरों के पट खोलते ही श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से मां के दर्शन किये और पूजा अर्चना में भाग लिया. जिला मुख्यालय के बड़ी दुर्गा मंदिर, बाबूपाड़ा में दोपहर लगभग 3 बजे मां दुर्गा की प्रतिमा को विधिवत आरूढ़ कराया गया. बंगाल के आचार्य राजेंद्र पंडित के मार्गदर्शन में पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा की गयी. इस अवसर पर माता को चुंदरी अर्पित की गयी और विविध भोग समर्पित किये गये. यजमान के रूप में मृत्युंजय दुबे उपस्थित रहे. मंदिर परिसर के आसपास पूजन सामग्री, श्रृंगार, खिलौनों और खानपान की अस्थायी दुकानों से माहौल और भी उत्सवमय हो गया है. बाबूपाड़ा के अतिरिक्त शहर के भतडीहा सरकंडा, गांधीनगर, सिनेमा हॉल चौक, रौतारा तथा ग्रामीण क्षेत्रों के कुरमन, जमनी पहाड़पुर, सरौनी बाजार, रंगमटिया सहित अन्य जगहों पर भी मां दुर्गा की भव्य प्रतिमाएं स्थापित की गयी हैं. हालांकि, बड़ी दुर्गा मंदिर को छोड़कर अधिकांश मंदिरों में सोमवार को मां के पट खोले जाएंगे. वहीं जिन मंदिरों में पट पहले खुल चुके हैं, वहां श्रद्धालुओं का तांता लगातार बना हुआ है. पूरे जिले में दुर्गा पूजा को लेकर श्रद्धा, उत्साह और उमंग का वातावरण बना हुआ है.
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