बोआरीजोर प्रखंड कार्यालय परिसर से लेकर बाजार तक शुक्रवार को आंगनवाड़ी सेविकाओं ने काले वस्त्र पहनकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. यह विरोध प्रदर्शन झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका सीटू यूनियन के बैनर तले आयोजित किया गया था. प्रदर्शन के दौरान सेविकाओं ने भारत सरकार द्वारा लागू की गयी आईफा प्रणाली को पूरी तरह गलत बताते हुए कहा कि यह निर्णय जमीनी हकीकत से बिल्कुल परे है. उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का ई-केवाईसी तथा फेस कैप्चर की अनिवार्यता तय की गयी है, जो व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है. सेविकाओं ने कहा कि वे पहले से ही बच्चों की देखभाल, पोषण आहार वितरण, शिक्षा संबंधी गतिविधियों आदि में व्यस्त रहती हैं. ऐसे में तकनीकी प्रक्रियाओं को पूरा करना न केवल समय की बर्बादी है, बल्कि बच्चों की देखभाल में भी बाधा उत्पन्न करेगा. प्रदर्शन के दौरान यूनियन की सक्रिय सदस्य मीनू किस्कू, प्रीति, सुहागिनि, सबीना, ममता सहित दर्जनों सेविकाएं उपस्थित थीं. उन्होंने सरकार से मांग की कि आईफा प्रणाली को अविलंब वापस लिया जाये और जमीनी कार्यकर्ताओं की भूमिका को सम्मान देते हुए नीतियों का निर्माण किया जाये. सेविकाओं ने चेतावनी दिया कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो राज्यभर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
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