मेहरमा प्रखंड क्षेत्र में बीते दो माह से बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरायी हुई है. हल्की आंधी या मामूली बारिश के साथ ही बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है, जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति यह है कि क्षेत्र में प्रत्येक दिन लगातार 10 से 12 घंटे तक बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जैसे ही हल्की बारिश या हवा चलने लगती है, लोग पहले से ही अनुमान लगा लेते हैं कि अब बिजली गुल हो जाएगी. परेशानी ऐसी हो गयी है कि कहीं न कहीं 11 हजार या 33 हजार वोल्ट की लाइन में फॉल्ट हो जाना, या तार गिरना आम बात हो गयी है. कई बार तो पूरे दिनभर बिजली नहीं रहती, जिससे उमस भरी गर्मी के साथ-साथ बिजली पर निर्भर घरेलू और व्यावसायिक कार्य भी बाधित हो जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार भले ही बिजली आपूर्ति को बेहतर करने की बात कर रही हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है. क्षेत्र में लगातार बिजली की आंख-मिचौनी से आमजन त्रस्त हैं. लोगों का आरोप है कि या तो बिजली विभाग पर कोई निगरानी नहीं रखी जा रही, या फिर विभाग अपनी मनमानी पर उतर आया है. क्षेत्र के मंटू कुमार, अंजन कुमार, श्रीधर मंडल, मोहम्मद अजमल, मोहम्मद फारूक एवं मोहम्मद अफरोज ने बिजली विभाग से पुराने और जर्जर तारों को बदलने तथा बिजली व्यवस्था में तत्काल सुधार की मांग की है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे.
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