बसंतराय प्रखंड कार्यालय सभागार में सोमवार को कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोगी खोज अभियान (एलसीडीसी) को प्रभावी बनाने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया. शिविर में बड़ी संख्या में शिक्षक और सेविकाएं शामिल हुईं. प्रशिक्षण में डॉ. मोहन पासवान, मोज़फ्फर अशफाक एवं प्रतीक सिंह ने बारी-बारी से प्रतिभागियों को कुष्ठ रोग के लक्षण, पहचान, सामाजिक जागरूकता और उपचार प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी. प्रशिक्षकों ने कहा कि समाज में कुष्ठ रोग को लेकर अभी भी जागरूकता की कमी है, जिसके कारण रोग का समय पर पता नहीं चल पाता. उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोगी खोज अभियान 10 नवंबर से 26 नवंबर तक चलेगा. इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी एवं शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर संदिग्ध रोगियों की पहचान करेंगे और उन्हें उप स्वास्थ्य केंद्र पथरगामा भेजेंगे. वहां जांच के बाद मरीजों का नि:शुल्क उपचार शुरू किया जाएगा. डॉ. पासवान ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गांव-गांव जन जागरूकता फैलाना जरूरी है. दीवार लेखन, संवाद और जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से समाज में फैले अंधविश्वास, मिथक एवं देवी-प्रकोप जैसी गलत धारणाओं को समाप्त करना प्राथमिकता है. उन्होंने सभी प्रतिभागियों से कुष्ठ उन्मूलन अभियान में समर्पण भाव से कार्य करने की अपील की.
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