पथरगामा प्रखंड क्षेत्र में भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक करम पर्व हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया. बहनों ने उपवास रखते हुए पूरे विधि-विधान से करम डाली और जावा डाली की पूजा की. पर्व के मौके पर गांव-गांव में रंग-बिरंगे फूल-पत्तों से सजे वेदी पर करम गोसांई और करम राजा की पूजा की गयी. बहनों ने पारंपरिक करमा गीतों के साथ पांता नृत्य किया और गांव के बीचों-बीच वेदी बनाकर पूजा-अर्चना की. बताया गया कि भाई द्वारा लायी गई करम डाली की पूजा रात में विधिपूर्वक की गयी, जिसमें धान फूल, खीरा पत्ता, आरवा चावल, दुब, दूध, जल, दीप, अगरबत्ती आदि का प्रयोग हुआ. परसपानी पंचायत समेत पीपरा, पथरिया, रांगाटांड़, सिमरिया, तुलसीकित्ता, लकड़जोरी आदि गांवों में करम पूजन की धूम रही. बहनों ने आठ दिनों तक नेग-नियम के साथ जावा डाली की सेवा की और हर सुबह-शाम पारंपरिक गीतों से उन्हें जगाया. इस अवसर पर दिनेश महतो, दीपक कुमार महतो, संतोष, सोनू, बिट्टू, बजरंगी, दीप्ति श्री, जिया, काजल, जानकी, पूजा, अन्नू, बिंदु, आरुषि, अनुष्का सहित बड़ी संख्या में भाई-बहनों की सहभागिता देखी गयी. करमा पर्व ने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय और पारंपरिक रंग में रंग दिया.
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