पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र के फुलवार के आदिवासी ग्रामीणों ने हंसडीहा-महगामा निर्माणाधीन एनएच फोरलेन सड़क बायपास के समीप अंडरपास पुल निर्माण की मांग को लेकर तीसरी बार जोरदार प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने डुगडुगी बजाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए निर्माण कार्य को लगभग दो किलोमीटर तक रोक दिया. इसी कारण डीबीएल कंपनी के गाड़ियों का परिचालन भी दिनभर बंद रहा. प्रदर्शनकारी ग्रामीण सूरज मंडल कॉलेज के पीछे दिनभर धरने पर बैठे रहे. मौके पर पहुंची डीबीएल टीम, सीओ अमित किस्कू और पुलिस अधिकारी वार्ता के लिए पहुंचे, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहने के कारण वार्ता विफल रही और अधिकारी वापस लौट गये. ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2024 में प्रदीप यादव की उपस्थिति में डीबीएल कंपनी के अधिकारियों के साथ अंडरपास पुल निर्माण को लेकर समझौता हुआ था, लेकिन कंपनी ने यह कार्य पूरा नहीं किया. इसके बाद उन्होंने डीसी, बीडीओ समेत उच्च अधिकारियों को आवेदन देकर अपनी मांग रखी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इस कारण ग्रामीणों ने कड़ा निर्णय लिया है कि जब तक पुल का निर्माण नहीं होगा, डीबीएल का कार्य ठप रहेगा और आंदोलन तेज किया जाएगा. ग्रामीणों का कहना है कि अंडरपास पुल न बनने की स्थिति में अस्पताल, स्कूल और प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा. वे लगातार विभिन्न स्थानों पर डीबीएल के निर्माण कार्य का विरोध कर रहे हैं. वहीं, हरियारी में जाहेरथान विवाद भी अभी समाप्त नहीं हुआ है और वहां भी निर्माण कार्य बंद है. पिछले दिनों भटोंधा के ग्रामीणों ने भी अंडरपास पुल निर्माण की मांग पर एनएचएआई को मानना पड़ा था, जिसके बाद उन्होंने बनायी गयी सड़क तोड़कर पुल निर्माण कार्य कराया था. अब पोड़ैयाहाट के ग्रामीण भी इसी दिशा में अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं.
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