राजमहल कोल परियोजना क्षेत्र में रविवार सुबह 6:00 बजे से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कोयला खनन का कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है. साथ ही कोयला डिस्पैच कार्य भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. बारिश के चलते खनन क्षेत्र में अत्यधिक फिसलन हो गयी, जिससे डंपर एवं अन्य भारी वाहन नहीं चल पाये. मिट्टी कटाई और कोयला खनन का कार्य भी पूरी तरह से बंद हो गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, सामान्यतः प्रतिदिन फरक्का एनटीपीसी और कहलगांव एनटीपीसी को लगभग 50 हजार टन कोयला भेजा जाता है, लेकिन भारी वर्षा के कारण रविवार को केवल 25 हजार टन कोयले का ही डिस्पैच हो सका. यह सामान्य से आधा उत्पादन है। वहीं, कोयला खनन का दैनिक लक्ष्य 40 हजार टन होता है, जो बारिश के चलते शून्य रहा. परियोजना के प्रोजेक्ट ऑफिसर सतीश मुरारी ने बताया कि वर्षा ऋतु में इस प्रकार की बाधाएं आती रहती हैं, लेकिन मौसम सामान्य होते ही खनन कार्य में तेजी लाकर लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने भरोसा जताया कि इस वित्तीय वर्ष में परियोजना प्रबंधन सभी के सहयोग से निर्धारित लक्ष्य को अवश्य पूरा करेगा. बारिश से जहां उत्पादन प्रभावित हुआ है, वहीं कर्मचारियों और मशीनों की सुरक्षा को लेकर भी सतर्कता बरती जा रही है.
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