तस्वीर-34 ढोलिया नदी में बंद पानी का बहाव प्रतिनिधि, मेहरमा प्रखंड क्षेत्र में डोय के पास से गुजरने वाली ढोलिया नदी का मुख्य धार करीब पंद्रह दिनों से बंद है. नदी सुख चुकी है. कहीं-कहीं गड्ढे में पानी जमा है, जो कि एक दो दिन के अंदर सूख जायेगा. नदी के सूखने के कारण क्षेत्र के किसानों को चिंता सताने लगी है. बता दें कि यह नदी बिहार के कहलगांव गंगा से जुड़ी है. यह नदी मेहरमा के अलावा ठाकुरगंगटी होते हुए गुजरी है. इस कारण न सिर्फ मेहरमा के किसानों को इस नदी से फायदा हो रहा है, बल्कि ठाकुरगंगटी प्रखंड के भी किसान सैकड़ों एकड़ जमीन की सिंचाई इस नदी से करते हैं. मगर करीब 15 दिनों से ढोलिया नदी की मुख्य धार बंद हो जाने के कारण किसानों को काफी चिंता सता रही है. धान का बिचड़ा बचाने में जुट गये हैं. नदी के सहारे किसान रोहिणी नक्षत्र में धान का बीज गिरा चुके हैं. इसके अलावा नदी के भरोसे किसान मकई व सब्जी भी लगाये हैं. मगर न ही 15 दिन से बारिश हो रही है. और नदी भी सुख जाने के कारण अब किसानों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि खेत में लगे धान का बीज, सब्जी व मकई का पटवन कैसे किया जाय. किसान घनश्याम मंडल, गोपाल राम, मनोज मंडल, रघु मंडल, मो सिद्दीक, केशव मंडल, सुखाड़ी रविदास ने वरीय पदाधिकारी से मांग की है कि नदी में ललमटिया से आने वाले पानी को छोड़वाया जाये. ताकि किसान खेत में लगे फसल का पटवन कर सके.
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