जिउतिया पर्व की शुरुआत को लेकर शुक्रवार को प्रखंड के सुंदर नदी में व्रती महिलाओं की भारी भीड़ देखी गयी. अहले सुबह से ही महिलाएं नदी में स्नान करने और गंगा पूजन के लिए पहुंचने लगी थीं. स्नान के बाद व्रती माताओं ने जीमूतवाहन देव की पूजा-अर्चना की. हिंदू धर्म में जिउतिया या जीवित्पुत्रिका व्रत का विशेष महत्व है. आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र, उत्तम स्वास्थ्य और सुखमय जीवन की कामना करते हुए निर्जला उपवास रखती हैं. परंपरा के अनुसार, महिलाएं बांस की डलिया और पीतल की थाली में पकवान, फल-फूल अर्पित कर भगवान जीमूतवाहन की पूजा करती हैं. सुंदर नदी के पुराने पुल और फोरलेन सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं. वहीं बाजार में सब्जियों और फलों के दाम में तेजी देखी गयी. फूलगोभी 60 रुपये प्रति पीस, सतपुतिया झिंगली 60 रुपये किलो, कोकरी 100 से 120 रुपये किलो, झिंगली 40 से 55 रुपये किलो और कन्ना 80 रुपये किलो में बिके. यह पर्व झारखंड के साथ-साथ बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है.
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